Book Title: Hemchandracharya Diwakar Chitrakatha 040
Author(s): Nityanandsuri, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 20
________________ कलिकाल सर्वज्ञ : हेमचन्द्राचार्य आचार्यश्री मौन रहे। परन्तु राजा के बार-बार कहने पर वे ध्यानस्थ हुए। अम्बिका देवी की आराधना की। देवी प्रत्यक्ष प्रकट हुई मुझे किसलिए याद किया है? भगवती! गुर्जरेश्वर सिद्भराज को पुत्र योग है या नहीं? अपूर्व जन्म के सघन पाप कर्मों के कारण उसे सन्तान प्राप्ति नहीं हो सकती। त्रिभुवनपाल का पुत्र कुमारपाल। वह परम शूरवीर भी होगा और परम धार्मिक भी। until 600 फिर उसके बाद गुजरात का राजा कौन होगा? Ans आचार्यश्री ने सिद्धराज से कहा देवी वचन के अनुसार राजन् ! तुम्हें सन्तान गुरुदेव ! फिर मेरे त्रिभुवनपाल का पुत्र प्राप्ति का योग नहीं है। बाद इस राज्य का | कुमारपाल इस राज्य का) स्वामी होगा। स्वामी कौन होगा? । कौन ! वही कुमार । (पाल? नहीं ! यह कभी नहीं हो सकता। 18 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38