Book Title: Dravya Pariksha Aur Dhatutpatti
Author(s): Thakkar Feru, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Prakrit Jain Shastra Ahimsa Shodh Samsthan

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Page 65
________________ इथपरीक्षा • • • • • • प्रति नामानि मुद्राना सत १ मध्ये सप्य तोला मासा ५७ चौकडीहा ९. तेरहसई मरोटी , , , १ १३० उच्चई मुलधाणी ॥ ८७ मरोटी इगानी मुद्रा सत १ मध्ये ८७ सुकारी नाम मुद्रा सत १ , ४१ सोराजी नाम मुद्दा सत १ । ५४ मुख्तलफी मुद्रा " ४७ काल्हणी नाम मुद्रा , " ५. नसीरी ढिल्यां टकसालहता , ५५ दकारी नाम मुद्रा सत १ , २७ गयासी दुगाणी नाम मुद्रा " २० मउजी नाम मुद्रा तिगानी सत १ , ५ . ४८ जलाली नाम मुद्रा प्रवर्तमाना ,, ४८ रुकुनी नाम मुद्रा प्रवर्तमाना, इति श्री ढिल्यां राज्ये वर्तमान मुद्राः संपइ पवट्टमाणा मुद्दा अल्लावदीण रायस्स । दुविह दुगाणी दवो पउणा दस अट्ठ टंक सए ॥१३४॥ छग्गाणी पुण दुविहा सड्ढा पणवीस पउण पणवीसा । टंक सय मज्झि रुप्पउ सड्डा चउ दु जब नव विसुवा ।।१३५॥ इग्गाणी सय मज्झे तंवउ पण नवइ टंक पण दव्यो । रायहरे विवहारे गणिज्ज इग्गाणिया सयलं ।।१३६।। • १३४. वर्तमान काल में राजा अलाउद्दीन की मुद्राएं प्रचलित हैं। दुगानी दो प्रकार की हैं, एक में पौने दस टांक अर्थात् तीन तोला तीन मासा चांदी व दूसरी में आठ टांक अर्थात् दो तोला आठ मासा प्रतिशत चांदी है। कोष्ठक के अनुसार इनका मूल्य एक अलाई रौप्य टंके की तीस के भाव है। १३५. छगानी मुद्रा भी दो प्रकार की है। एक मे साढेपचीस टांक साढ़े चार बी अर्थात् आठ तोला छ: मासा साढ़े चार जो एवं दूसरी में पौने पच्चीस टांक दो जो नौ विसवा अर्थात आठ तोला तीन मासा नौ विसवा प्रतिशत चांदी है। कोष्ठकानुसार दोनों का मूल्य अलाई रुपये से दस के भाव है। १३६. एक सौ इगानी मुद्रा में पंचाणबे टांक तांबा व पांच टांक अर्थात् एक तोला आठ मासा चांदी है। राजा के कोशगृह में और सार्वजनिक व्यवहार में जितनी गगना या हिसाब है वह सब इगानी पर आश्रित है। इगानी मुद्रा एक टंक या चार मास वजन की होती थी। Aho!Shrutgyanam

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