Book Title: Descriptive Catalogue Of Manuscripts Vol 16
Author(s): Parshuram Krishna Gode
Publisher: Bhandarkar Oriental Research Institute

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Page 493
________________ 474 Ends. fol. 204 ( pt. III ). References. - See No. 449. ईशानं सर्वविद्यानां सर्वभूतेश्वरं शिवं ।। योग्यतुल्यतया बेद तम्माता व्यभिचारिणी ॥ ३९ ॥ Tantra Age. — Appears to be old. Author.— Anonymous. Begins. fol. 51° C शिवसपिण्डीकरण No. 451 Size.- 7 in by 4g in. Extent.- 4 (fol. 51-54 ) leaves; to lines to a page ; 30 letters to a line. [ 450. Ends.- fol. 54" Šivasapindikarana 252 ( 6 ). A. 1883-84. Describes offering of the furmeral cake by means of which a deceased person is invested with the relationship or identity with Siva. अथ शिवसपिण्डीकरणम् || डों नौमि स्वात्म इत्यादि स्वात्मने शिवस्वरूपाय ग्रन्थादिसंसारकालाग्निरुद्रद्विभुजं आत्मनि शिवस्वरूपाय धूपः स्वधानमः अपसव्येन पितामहाय शिवगोत्राय ईश्वराय प्रपितामहाय शिवगोत्राय सदाशिवाय etc. आग्नेयं मण्डलं मिशा भित्वा तु सूर्यमण्डलम । शशिमण्डलमुद्वेय दश द्वादश षोडश । एता कला बिलीयन्ते तथा सप्तदशी कला । अमा कलेति विख्याता विशेत्पदमनामयम् । ततो नैवेद्यं दक्षिणायै अर्धवदक्षयम् ॥ पूर्ववत् meges सम्मार्थ ततः तिलोदकं स्वधा नमः । इति शिवसपिण्डीकरणविधिः शुभम् ॥ शिवार्चनचन्द्रिका No. 452 Size.- 11 foin. by sg in. Extent.— 370 leaves ; 9 lines to a page ; 32 letters to a line. Šivarcanacandrikā 189. A. 1882-83.

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