Book Title: Dasha Shrutskandh Sutram
Author(s): Atmaramji Maharaj
Publisher: Aatmaram Jain Dharmarth Samiti

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Page 534
________________ - - दशाश्रुतस्कन्धसूत्रम् पुरिसे दशा 1 मासिया कप्पति चत्तारि भासाओ रातिणिअ-परिभासी दशा 2 - भासित्तए पृष्ठ 251 | राय-पिडं भुंजमाणे सबले दशा 2 मासिया णं कप्पइ तओ वयण-संपया दशा 4 / उवस्सया पृष्ठ 253 | बहुजणस्स णेयारं दशा 6 मासिया णं कप्पति तओ वायणा-संपया दशा 4 अणुण्णवेत्तए पृष्ठ 254 संगह-परिन्ना अट्ठमा दशा 4 मासिया णं कप्पति तओ संजलणे दशा संथारगा पृष्ठ 255 | संति उड्ढे देवा देवलोगंसि मासियं अणगारस्स इत्थी वा साहू . दशा 10 पृष्ठ 257 | संति इमस्स सुचरियस्स मासियं : केइ उवस्सयं पृष्ठ 258 | साहुणी दशा 10 मासियं णं पायंसि खाणु पृष्ठ 256 सत्त-मासिया भिक्खु-पडिमा दशा 7 मासियं भिक्खुपडिम जाव सद्द-करे दशा 1 अच्छिसि रियत्तए पृष्ठ 260 | सढे नियडी-पण्णाणे मासियं भिक्खुपडिमं जत्थेव सप्पी जहा अंडंउडं दशा 6 सूरिए रियं रियत्तए पृष्ठ 261 सव्वकामविरत्तस्स खमणो , . दशा 5 मासियं भिक्खुपडिमं णो से सव्वाओ पाणाइ-वायाओ जाव ___ठाणं ठवित्तए पृष्ठ 264 जीवाए दशा 10 मासियं णं भिक्खुपडिमं नो कप्पति सव्व-धम्मरुई यावि भवति दशा 10 ___ ससरक्खेणं . पृष्ठ 266 सव्वाओ कसाय-दंतकट्ठण्हाण मासियं भिक्खुपडिमं सीओदयवियडेण जाव-जीवाए दशा 10 __ भत्तमासेण वा पृष्ठ 268 सरीर-संपया दशा 4 मासियं णं भिक्खुपडिमं आसस्स वा सीसम्मि जो पहणइ दशा 6 हत्थिस्स पच्चोसक्कित्तए पृष्ठ 266 ससरक्ख पाणि-पाए दशा 1 मासियं भिक्खुपडिमं छायाओ सागरिय-पिंड दशा 2 सीयंति अहिंसए पृष्ठ 2 साइणा परिनिव्वुए पृष्ठ 268 मासिया भिक्खु-पडिमा 12 साहारणट्ठा जे केइ दशा 6 ___ एगराइया भिक्खुपडिमा पृष्ठ 236 सीतोदग-वियडंसि कायं बोलित्ता मेहुणं पडि-सेवमाणे दशा 2 भवति दशा 10 राइ-भोअणं भुंजमाणे सबले दशा 2 | सीसं वेढेण जे केइ . दशा 6 10

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