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वायु वगेरे बादर वायु कायना घणा नेदो . तेनो एक दंमक ॥ एवं पंदर ॥ . वनस्पतिकाय-काड पालाना जीवोनो एक दंमक ते वनस्पतिकायना, साधारण अने प्रत्येक एवा बे नेद ले, तेमा साधारणएटले अनंताजीवोनुं एक शरीर होय, ते साधारणवनस्पतिकाय, तेना बे नेद, एक सुक्ष्मने बीजो बादर, सुदन वनस्पतिकाय ते पूर्वोक्त सुक्ष्म जीवोना जेवा जाणवा, अने बादर साधारण वनस्पतिकायने जेना सांधा नसो गांग वगेरे प्रमट न देखाताहोय लांगवाथी सरखा नाग थता होय, तांतणा(रेशां ) विनाना होय अने बेदीने वाववाथी पण उगे एवी सर्व वनस्पति जेवी के सर्व जातना कुंणाफळ, कंद, अंकुरा, कुंपळो, पांचवर्णनी लील फूल, बिलामीना टोप, लीबुं श्राऊ, लीली हळदर, लीलो कचुरो, मोथ, थेग, थोर, गळो, थने सण वगेरेना पांदमा तथा कुंवारनुं पातु वगेरे बादर सा. धारण वनस्पतिकायना घणानेदोजाणवा. प्रत्येक बनस्पतिकाय ते एक शरीरने वीषे एक जीव होय ते