Book Title: Buddhinidhan Abhaykumar Diwakar Chitrakatha 006
Author(s): Ganeshmuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 15
________________ बुद्धि निधान अभय कुमार श्रेणिक ने एक योजना तैयार की और चुपचाप अपनी हीरे जड़ी अंगूठी नगर के एक गहरे सूखे कुएँ में गिरा दी। अब मैं उस बालक की चतुरता की परीक्षा स्वयं अपने सामने ले लूँगा। दूसरे दिन उन्होंने नगर में घोषणा करवा दी। SAPP AN हमारे राजा को भी क्या अनहोनी सूझी है? मगध सम्राट की हीरे जड़ी अंगूठी नगर के एक गहरे कुएँ में गिर गई है। जो व्यक्ति बिना कुएँ में उतरे उसे निकाल देगा उसे मगध राज्य का प्रधानमन्त्री बना दिया जायेगा। यह घोषणा राजगृह और आस-पास के गाँवों में विशेष रूप से नन्दीग्राम में भी की गई। लोग घोषणा सुनकर अपना भाग्य आजमाने कुएँ पर आने लगे और अँगूठी निकालने का प्रयास करने लगे। किंतु गहरा सूखा कुआ देखकर सभी की खोपड़ी चकरा जाती। बिना उतरे अँगूठी P- निकालना असम्भव है। बहुत गहरा कुआँ है। 13 Jain Education International For Private & Personal Use Only

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