Book Title: Bhav Bhavna Prakaranam Part 02 Author(s): Subodhchandra Nanalal Shah Publisher: Gangabai Jain Charitable Trust Mumbai View full book textPage 4
________________ संघस्थविर, सुविहितशिरोमणि, आचार्यकुलचूडामणि, व्याख्यानवाचस्पति, सुविशालगच्छाधिपति, गुरुभगवत, स्तुति स्तुतिः त्वत्पादौ यदि वावहीमि शिरसा त्वत्कर्तृ कोपक्रियाप्रारभारात् तदपि श्रयामि भगवन् । नापर्णता कहिचित् ॥ उपकारी गुरुभगवान् । आपे अमारा उपर करेला उपकारोनु करज चूकववा माटे अमे आपना चरणोने मस्तकथी उपाडीने फरीए तोय ते करज चूकवावानु नथी १००८ श्रीमद् विजयरामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजPage Navigation
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