Book Title: Bhagavana  Mahavira aur unka Tattvadarshan
Author(s): Deshbhushan Aacharya
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 976
________________ में किया है। कनाडा की पशरक्षा समिति जीवित प्राणियों का आपरेशन करने के विरुद्ध और पान्दोलनन कर रही है, कनाडा की पश निर्दयता निवारक समिति (Society for the Prevention of cruelty to Animals) की रिपोर्ट को देखने पर दक्षिणी अरकाट जिले के पूवानर नामक स्थान में बकरे के गले को नेहानी वा छीनी से धीरे-धीरे काटकर उसको असीम वेदना पहुंचाई जाती है। बलिदान का यह कार्य सम्भवतः कसाई के हलाल करने से भी अधिक निर्दयतापूर्ण है। CRAIANT पता चलता है कि समिति के पास प्रार्थिक साधनों की कमी नहीं है। उसो वर्ष उसको अकेलो ए. क्राफ्ट सविस स्टेट से हो दस सहस्त्र डालर मिले थे, इसके पदाधिकारी नगर के बाहिर १४५ मौकों पर गये । उन्होंने १८०५ पा निर्दयता की शिकायतें सुनी, जिनमें से उन्होंने १३६८ को चेतावनी देकर छोड़ दिया और ८२ मामलों में सजा कराई । उसने १४५, ५८० बाड़ों में पशुओं का निरीक्षण किया। पशुजनमें से अनाथ, इसका विजगापट्टम जिले के अनाकवले नामक स्थान में एक ऐसा बलिदान किया जाता है जिसमें भाले जैसी एक तेज नोकदार छुरी को सुपर के गुदास्थान में डालकर इतने जोर मे दबाया जाता है कि वह अन्दर के भागों को फाइती हुई उसके मह में से निकल पाती है। Misation RAJha पशओं की अपेक्षा हमारा पक्षियों के प्रति भी कम उत्तरदायित्य नहीं है । जन मन्दिरों में प्रायः कबुतरों को चारा डाला जाता है। वास्तव में हमारा उनके प्रति एक विशेष कर्तव्य है। जिन पक्षियों को मनुष्य अपने प्रेमवश किसी स्थान विशेष में १०२

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