Book Title: Arhat Vachan 2000 10
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 83
________________ श्रुत संवर्द्धन वार्षिक पुरस्कार - 2000 की घोषणा - सराकोद्धारक संत, परम पूज्य उपाध्याय श्री ज्ञानसागरजी महाराज की प्रेरणा से श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ ने जिनवाणी के प्रचार-प्रसार हेतु अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले विशिष्ट विद्वानों को सम्मानित करने का निश्चय किया। इस श्रृंखला में 1999 तक निम्नलिखित 16 विद्वानों को सम्मानित किया जा चुका है। 1. डॉ. पन्नालाल जैन साहित्याचार्य, सागर (1991) 3. प्रो. (डॉ.) उदयचन्द्र जैन, वाराणसी (1997) 5. प्रो. (डॉ.) राजाराम जैन, आरा (1997) 7. पं. जवाहरलाल जैन, भिण्डर (उदयपुर) (1998) 9. प्रा. नरेन्द्रप्रकाश जैन, फिरोजाबाद (1998) 11. पं. रतनलाल जैन शास्त्री, इन्दौर (1998) 13. पं. शिवचरनलाल जैन, मैनपुरी (1999) 15. श्री रामजीत जैन एडवोकेट, ग्वालियर (1999) 2. पं. श्रुतसागर जैन न्यायतीर्थ, सागर (1991) 4. पं. अमृतलाल जैन शास्त्री, वाराणसी (1997) 6. ब्र. पं. भुवनेन्द्रकुमार जैन, सागर (1997) 8. प्रो. चेतनप्रकाश पाटनी, जोधपुर (1998) 10. डॉ. फूलचन्द्र जैन प्रेमी, वाराणसी (1998) 12. डॉ. रतनचन्द्र जैन शास्त्री, भोपाल (1999) 14. श्री अजितप्रसाद जैन, लखनऊ (1999) 16. डॉ. कस्तूरचन्द्र जैन 'सुमन', श्रीमहावीरजी (1999) वर्ष 1999 से श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ ने नियमित रूप से 5 वार्षिक पुरस्कार प्रदान करने का निश्चय किया है जिसके अन्तर्गत 1999 में प्रत्येक पुरस्कृत विद्वान को रु. 31,000/- की नगद राशि, शाल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र से समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। वर्ष 2000 के पुरस्कारों के लिये निम्नांकित 5 सदस्यीय निर्णायक मंडल का गठन किया गया 1. डॉ. नलिन के. शास्त्री, अध्यक्ष श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ, निवास - बोधगया 2. श्री योगेशकुमार जैन, अध्यक्ष प्राच्य श्रमण भारती, मुजफ्फरनगर, निवास - खतौली 3. श्री हंसकुमार जैन, मंत्री श्रुत संवर्द्धन संस्थान, मेरठ - 4. डॉ. शीतलचन्द जैन, प्राचार्य दि. जैन संस्कृत महाविद्यालय, जयपुर 5. डॉ. अनुपम जैन, सचिव - कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर (संयोजक पुरस्कार योजना ) - निर्णायक मंडल की अनुशंसा के आधार पर वर्ष 2000 हेतु निम्नवत् 5 पुरस्कारों की घोषणा की गई है 1. आचार्य शांतिसागर छाणी स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार - 2000 जैन आगम साहित्य के परम्परिक अध्येता / टीकाकार विद्वान को आगमिक ज्ञान के संरक्षण हेतु पं. नाथूलाल जैन शास्त्री, मोती महल, 40 हुकमचन्द मार्ग, इन्दौर - 452001 (म.प्र.) 2. आचार्य सूर्यसागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार - 2000 प्रवचन निष्णात विद्वान को जिनवाणी की प्रभावना हेतू डॉ. जयकुमार जैन, 261 / 3, पटेल नगर, नई मण्डी, मुजफ्फरनगर- 1 (उ.प्र.) 3. आचार्य विमलसागर (भिण्ड) स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार-2000 जैन पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु डॉ. शेखरचन्द्र जैन, सम्पादक- तीर्थंकर वाणी, अहमदाबाद 4. आचार्य सुमतिसागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार - 2000 जैन विद्याओं के पारम्परिक अध्ययन / अनुसंधान के क्षेत्र में समग्र योगदान हेतु डॉ. बी. के. खड़बड़ी, 'राजहंस', अनूप अपार्टमेन्ट, मंगलवार पेठ, मिरज - 416410 अर्हत् वचन, अक्टूबर 2000 5. मुनि वर्द्धमानसागर स्मृति श्रुत संवर्द्धन पुरस्कार - 2000 जैन धर्म / दर्शन के किसी भी क्षेत्र में लिखी हुई मौलिक, शोधपूर्ण, अप्रकाशित कृति पर डॉ. (श्रीमती) रश्मि जैन, 52/12, लेबर कालोनी, फिरोजाबाद- 283203 (उ.प्र.) पुरस्कार समर्पण समारोह अहिंसा स्थल, अलवर में दिनांक 28.11.2000 को सम्पन्न हुआ। 81

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