Book Title: Anusandhan 2010 06 SrNo 51
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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जून २०१०
जिनहर्ष पण्डित
हरियाली ४९.१०६
जिनेन्द्र मुनि
मेवाडको कवित २०.९९
जिनेश्वरसूरिजी [खरतरगच्छना आदिपुरुष, १२मो सैको]
छन्दोनुशासनम् ४७.१
जिनेश्वरसूरिजी - वीरप्रभ [ खरतरगच्छ जिनपतिसूरिजी → जिने०, १३मो सैको]
८३
गौतमगणधरस्तव ३१.१८
जीवविजय पण्डित [दोलतविजय पं. जीव० ] सत्तरभेदीपूजा-स्तबक (वि. १८५४) ३९.३९
ज्ञानतिलक [खरतरगच्छ, विमलकीर्ति → विमलचन्द्र → विजयहर्ष → धर्मवर्धन उपा.→ ज्ञान०]
पार्श्वनाथस्तोत्र (गवडी) ४८.४५
जिनकुशलसूरिछन्द ४८.४८ सरस्वतीस्तोत्र ४८.४६ ज्ञानधर्म [खरतरगच्छ जिनचन्द्रसूरिजी
ज्ञान० ]
साधुरंग राजसार दामन्नककुलपुत्रकरास (वि. १७३५) १२.४९ ज्ञानप्रमोद उपा. [खरतरगच्छ सागरचन्द्रसूरिजी पुण्यसमुद्र → दयाधर्म शिवधर्म → ज्ञान०, १७मो सैको]
आदिनाथस्तोत्र (कोट्टदुर्ग ) ४०.३३ पार्श्वनाथस्तोत्र (रतलाम) ४०.३७
मतिसार सुमतिसागर →
धर्मरत्नसूरिजी हर्षहंस → रत्नधीर
ज्ञानसागरसूरिजी
महावीरजिनस्तोत्र (संसारदावा- पादपूर्ति) ३८.२५
शान्तिजिनस्तोत्र (आनन्दानम्र - पादपूर्ति) (वि. १५६३ पूर्वे) ३८.२८
तत्त्वविजयजी [ यशोविजय उपा→ तत्त्व०]
चोवीस जिनगीतो ११.११
हरिआली १५.७५
स्थूलभद्रबारमासा १५.७२

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