Book Title: Anusandhan 2010 06 SrNo 51
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 86
________________ अनुसन्धान ५१ जयतिलकसूरिजी -जयशेखर [आगमिकगच्छ, चारित्रप्रभसूरिजी → जय०] चतुर्हारावलीचित्रस्तव २०.१ जयवन्तसूरिजी-गुणसौभाग्य [वडतपगच्छ - रत्नाकरशाखा, विनयमण्डन उपा. → जय०] ८२ बारभावनासज्झाय १७.१४२ सीमन्धरस्वामी - लेख १८.१०९ जय० ] जयविमल [हर्षविमल हीरविजयसूरिनी सज्झाय ७.९७ जयशेखर पण्डित – जसराज [ खरतरगच्छ, सुमतिभक्ति जय० ] विज्ञप्तिपत्र (जिनमहेन्द्रसूरिने प्रेषित - वि. १८९७) ३३.८ सीमन्धरजिन – चन्द्राउला १८.७२ जयसिंहसूरिजी आलोयणाविहाणं ३७.७ पंचकपरिहाणि ३७.१ जिनदत्तसूरिजी [वायडगच्छ] षड्दर्शनपरिक्रम १४.१ जिनपतिसूरिजी [खरतरगच्छ, जिनदत्तसूरिजी जिनचन्द्रसूरिजी (मणिधारी) → जिन०, १३मो सैको ] नेमिजिनस्तोत्र (उज्जयन्त) ३१.१६ जिनपतिसूरि-शिष्य [१३मो सैको] जिनपतिसूरिपंचाशिका ११.३२ जिनप्रभसूरिजी [देवभद्रसूरिजी (आगमगच्छस्थापक - वि. १२५० ) जिन०] वज्रस्वामीचरित ६.४७ जिनप्रभसूरिजी - शुभतिलक [जिनसिंहसूरिजी (लघुखरतरशाखा) जिन० (१४मो सैको)] आज्ञास्तोत्र २१.३९ ऋषभप्रभुस्तव (अष्टभाषामय) ३९.९ गायत्रीमन्त्रवृत्तिः १७.१७३ जिनहर्ष गणि- जसराज [ शान्तिहर्ष उपा. (खरतरगच्छ - क्षेमकीर्ति शाखा) → जिन०] दोधकबावनी (वि. १७३०) ३५.५३

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