Book Title: Anusandhan 2010 06 SrNo 51
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 131
________________ जून २०१० १२७ प्रकीर्णखण्ड १. माहिती व. (२०) नाम अनु. पृष्ठ जिनविजयजीनो एक स्मरणीय भावोद्गार ७ १२८ दसमी विश्व संस्कृत परिषदमां जैन विभागमां रजू थयेल निबन्धो ८ १३२ जिनागमोनी मूळ भाषा विशे परिसंवाद ११७ ओरिएन्टल-कोन्फरन्स ३८मुं संमेलन ११४ वर्षानुं आगमन (ज्ञाताधर्मकथा-वर्षावर्णन-अनुवाद) १० ११० जैनधर्मना विश्वकोश-ज्ञानकोशनी योजना १० ११४ तीर्थंकर महावीरनुं देहवर्णन (औपपातिकसूत्र-आधारित) ११ ९९ मध्यकालीन धर्म विषयक पद्यपरम्परा : संगोष्ठी अहेवाल ११ ११० आर्य भद्रबाहु और उनका साहित्य : संगोष्ठी अहेवाल १४ ११३ मुनिश्रीजम्बूविजयजीए जेसलमेरना जैन भण्डारोमांनी ताडपत्रीय अने कागळनी हस्तप्रतोनी नकल कराववानी हाथ धरेली योजना १६ २३० प्राकृत ग्रन्थ परिषद् आदिनो उद्घाटन समारोह १७ २१९ अवधू आनन्दघननी आध्यात्मिक शब्दचेतना : संगोष्ठी १८ २७८ विदेशमा रहेली मूल्यवान जैन हस्तप्रतोना केटलोग माटे बे करोड रू. नी जाहेरात करतां श्रीवाजपेयी २२ ६९ जैन पाण्डुलिपिओनुं सूचीकरण तथा संरक्षण एक ऐतिहासिक प्रसंगनी नोंध (भूकम्प) मानवसर्जित दुर्घटनानो भोग बनेल एक विद्यातीर्थ (भाण्डारकर इन्स्टिट्यूट-पूना) भाण्डारकरशोधसंस्थान विषे प्राकृत-अंग्रेजी बृहद् कोष का निर्माण पंचग्रन्थिव्याकरण-पुस्तक विमोचन समारोह तथा संगोष्ठि भारतीय योग परम्परा के परिप्रेक्ष्य में जैन योग विषयक त्रिदिवसीय आन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी ३८ ६९ २४ ८६

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