Book Title: Anusandhan 2010 06 SrNo 51
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 145
________________ प्रतिष्ठालेखसंग्रह-२ १०२ जून २०१० प्रबुद्धरौहिणेयम् (सानुवाद) ९० प्रश्नोत्तरैकषष्टिशतककाव्यम् (सटीक) १४८ सं. - विनयसागरजी २८ प्र. - प्राकृतभारती, जयपुर क. - रामचन्द्रसूरिजी २३ गुज. अनु. - शीलचन्द्रसूरिजी प्र. - जैनसाहित्य अकादमी, गांधीधाम क. - जिनवल्लभसूरिजी ५० (१) टी. - पुण्यसागर उपा. सं. - सोमचन्द्रसूरिजी, विनयसागरजी प्र. - M.S.P.S.G. क. - नरचन्द्रसूरिजी १ सं. - शीलचन्द्रसूरिजी क. - मोहनलाल देशाई सं. - जयन्त कोठारी प्र. - L.D. प्र. - अपभ्रंश साहित्य अकादमी १६ सं. - शीलचन्द्रसूरिजी, रूपेन्द्रकुमार पगारिया ४८ प्र. - P.T.S. प्राकृतप्रबोध २६ प्राचीन मध्यकालीन साहित्यसंग्रह २३५ ६७ २२९ बारहक्खरकक्क बृहत्कल्पचूर्णि-१ (पीठिका) ८० 888

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