Book Title: Anusandhan 2009 00 SrNo 47
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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मार्च २००९
११
निसही
"
"
९
चोथी ढाल दुहा - २
चोथी ढाल - १०
दरव उपावण थांपणमोसा बाकी फाडि घिरत खांतिसुं प्रघल वनारतां
स्थान (उपाश्रय) सावद्य क्रिया निषेध (जिनमन्दिर- उपाश्रयमा प्रवेश करता आ शब्द बोलाय छे.) धन उपार्जन गिरवे मूकेली वस्तु पडावी लेवी मोंदु फाडीने घृत (घी) खंतथी सुन्दर कापता मोक्षनी इच्छा व्याकुल थर्बु उपाश्रय छोड्या पछी उपहास तारो
" " १२ " " १२ " " १२ " " १७
" " २२ पांचमी ढाल दुहा-१
संवेग
हलफल्यौ थानक तड्यां हासौ थारौ
पांचमी ढाल-१
सांझैं
सांजे
आज्यो आवजे बैंसाण्यौ बेसाड्यो पगरी पानही पगनी मोजडी पाथरही पथलाय पथारी पाथरवी छानीठाम एकान्त स्थान संबाहि
फेलावीने थेहिज
तुं ज गुडाय
नाख्यो वखतनैं जोर भाग्यवशे सरास
शिथिल (?) अमरस
क्रोध - अमर्ष वाहर
सेना, टुकडी सालू
साडी
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