Book Title: Ahimsa Vishvakosh Part 01
Author(s): Subhadramuni
Publisher: University Publication
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अहिंसा विश्वकोश (वैदिक / ब्राह्मण संस्कृति खण्ड)
उद्धरणों की अकारादिक्रम सूची
पाठकों की सुविधा को दृष्टि में रख कर, प्रस्तुत अहिंसा - विश्व कोश में (पद्यात्मक व गद्यात्मक) उद्धरणों के प्रारम्भिक अंशों को अकारादि-क्रम से संयोजित कर निम्नलिखित सूची तैयार की गई है:
उद्धरण का प्रारम्भिक अंश
अकामद्वेषसंयुक्ताः... अकार्पण्यमसंरम्भः...
35
अकूजनेन चेन्मोक्षो...
अक्रोध आर्जवं नित्यं...
अक्रोधनाः धर्मपराः...
अक्रोधश्चानसूया च.... अक्रोधः सत्यवचनम्... अक्रोधेन जयेत् क्रोधम्ः... अक्रोधनो गोषु तथा द्विजेषु.... अखण्डमपि वा मांसं :... अघ्न्या इति गवां नाम ... अचिन्तितमनिर्दिष्टम्....
अजातशत्रुरस्तृतः.... अजेन यष्टव्यमिति... अज्ञानात् तु कृतां हिंसां... अति निहो अति सृधो... अतियज्ञविदां लोकान्... अतिवादांस्तितिक्षेत...
अतीवगुणसम्पन्नो.....
उद्धरण पृष्ठ संख्या संख्या
57
52
817
510
819
761
865
762
304
448
452 269
456
81
927 177
357
725
392
599
601
340
16
៩ ៩ ១ ៨ ៖ ៩ ១៩ ន ៩ ៖ ថ្ម ៩ ន ៦៖៥៥ ៩៥ ន ត
230
231
213
246
213
92
126
127
83
128
22
265
57
104
203
111
168
100
उद्धरण का प्रारम्भिक अंश अतीवशेषः कटुका च... अतोऽन्यथा नास्ति... अतो वै नैव कर्तव्या... अत्राप्युदाहरन्तीमम्... अथ गृहाश्रमिणः त्रिविधोऽर्थो ... अथ चेन्मानुषे लोके ....
अथ धर्मः समायातः ...
अथ धर्माः शिवेनोक्ताः अथवा मासमेकं वै .... अथवा मूलघातेन .. अदंशमशके देशे 'अदत्तादाननिरतः ... अददानमश्रद्दधानम्.... अदाता पुरुषस्त्यागी.... अदानेनापमानेन... अदेशकालज्ञमनायतिक्षमं... अद्य प्रभृति ते राजन्... अद्रोहं सर्वभूतेषु.... अद्रोहः सर्वभूतेषु...
33
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***
उद्धरण पृष्ठ संख्या संख्या
143
983
113
31
927 265 172
612
84
23
87
162
33
482
984
633
41
110
753
767
936
517
927
567
17
223
352
8 28 28 28 2
289
24
50
9
135
179
30
210
215
275
147
267
159
5
71
103
अहिंसा - विश्वकोश / 353]

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