Book Title: Ahimsa Vishvakosh Part 01
Author(s): Subhadramuni
Publisher: University Publication

View full book text
Previous | Next

Page 402
________________ 93 8 263 289 47 ____136 उद्धरण का उद्धरण पृष्ठ । प्रारम्भिक अंश संख्या संख्या 289 88 शास्त्रदृष्टानविद्वान् यः... 108 30 शिश्नोदरे ये निरताः सदैव... 542 शुक्लाभिजनकर्माणो.... 1030303 शुद्धात्मानः शुद्धवृत्ताः... 1030 303 शुनां च पतितानां च... 861 245 शुभा सत्या च मधुरा... 7 2 शुभेन कर्मणा देवि... शूद्रविट्क्षत्रविप्राणां... 145 श्रृणु मेऽत्र महाराज... शेषो हि बलमासाद्य... 982 शोकः क्रोधश्च लोभश्च... 155 शौचं तपस्तितिक्षां च... 20767 शौचसत्यक्षान्तियुक्तो... 191 ___62 श्येनचित्रेण राजेन्द्र... 483 श्रद्धया देयम्, अश्रद्वया देयम्... 809 श्रद्धा दया तितिक्षा च... 622 176 श्रुत्वा वाक्यं वसुस्तेषाम्... 271 श्रूयतां धर्मसर्वस्वं... 234 74 श्रूयते हि पुराकल्पे... 911 259 श्रेयस्तत्रानृतं वक्तुं... 510 145 श्रेयो दानं च भोगश्च... 216 शूक्ष्णां वाणी निराबाधां... 568 160 संक्षेपात् कय्यते धर्मो.... 234 संग्रामो वै क्रूरम्... 971 संछेदनं स्वमांसस्य... 453 संजातमुपजीवन् स... 953 संतस्त एव ये लोके... 356 104 संपन्मत्तः सुमूढश्च... 171 संपन्मदप्रमत्तश्च... 609 171 संरक्षणार्थं जन्तूनां... 878 249 संरक्षेद् बहुनायकम्... 292 88 संवादे परुषाण्याहुः... 536 152 संविदं कुरुते शौण्डैः.. 486 137 | उद्धरण का उद्धरण पृष्ठ प्रारम्भिक अंश संख्या संख्या संसारे दुःखदं युद्धं... 967 285 संसिद्धाधिगमं कुर्यात्... 22772 सखेव सख्ये पितरेव साधुः.. स चेत् कर्मक्षयान्मोक्षः... स चेत् सन्नद्ध आगच्छेत्... 997 स चेन्निकृत्या युद्धयेत... 9917 स चेद् भयाद् वा मोहाद् वा... 678 192 सतां धर्मेण वर्तेत... 849 240 सतां वानुवर्तन्ते... 923 सत्क्रियाभ्यसनं मैत्रीम्... 145 42 सत्यं च धर्मं च पराक्रमं च... 584 164 सत्यं च समता चैव... 498 141 सत्यं दया तथा दानं... 11 सत्यं दानं दयाऽलोभो... 333 सत्यं ब्राह्मणरूपेण... 162 सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात्... 563 सत्यं भूतहितार्थोक्तिः... सत्यमार्जवमक्रोधः... 221 सत्यमिति अमायिता... सत्यवादी जितक्रोधः... 166 सत्यं शौचमहिंसा च... सत्यसारं हितकरं... 559 157 सत्यस्य वचनं श्रेयः... 142. सत्त्वोदयाच्च मुक्तीच्छा... 27 सत्सु नित्यः सतां धर्मः... 297 सदाऽनार्योऽशुभः साधु... 409 115 सदा यजति सत्रेण... 472 133 सदाऽसतामतिवादांरिततिदोत्... 603 स दुःखप्रतिघातार्थं... सद्वाऽसद् वा परीवादो... 412 सनातनस्य धर्मस्य... 144 227 929 769 501 74 127 609 735 206 सन्तः स्वर्गजितः शुक्लाः ... सन्ति दानान्यनेकानि... 56 15 31193 वैिदिक ब्राह्मण संस्कृति खण्ड/372

Loading...

Page Navigation
1 ... 400 401 402 403 404 405 406