Book Title: Ahimsa Vani 1952 06 07 Varsh 02 Ank 03 04
Author(s): Kamtaprasad Jain
Publisher: Jain Mission Aliganj

View full book text
Previous | Next

Page 2
________________ न ११ विषय-सूची पष्ठ १-जैन-मिशन के प्रथमाधिवेशन पर अाए हुए देश-विदेश के शुभ सन्देश १ २.-करुणा की शान्त स्निग्ध धारा [कविता] वीरेन्द्र प्रसाद जैन ३-अहिंसा संस्कृति ही विश्व शान्ति की कुञ्जी है -माननी मिश्रीलाल जी गंगवाल १ ४-स्वागत भाषण -भाई श्री राजकुमार सिंह जी ५-जैन मिशन के प्रथमाधिवेशन का अध्यक्षीय भाषण -श्री रिषभदास रांका १ ६-डॉ० नाग का भाषण -डॉ० कालिदास नाग २६ ७-कर्म सिद्धान्त और मानव एकता डॉ. हरिसत्य भट्टाचार्य ८-जैन धर्म और योग पर एक नवीन दृष्टिकोण ह-शान्ति प्रस्ताव १०-एक-सन्ध्या [कविता] -श्री सुरेशचन्द्र अग्निहोत्री ३६ ११–भारत की जैन मूर्ति कला -श्रीकृष्णदत्त जी बाजपेयी ४१ १२-जैन मिशन के प्रस्ताव १३-इन्दौर प्रवास के संस्मरण (श्री कामता प्रसाद जैन). ५३ १४-अहिंसा [कविता] १५-मिशन रिपोर्ट १६-सम्पादकीय श्री 'मधुकर, सम्पादक कामता प्रसाद जैन परामर्श-दात-परिषद् जैनेन्द्र कुमार यशपाल जैन बैजनाथ महोदय शिव सिंह चौहान 'गुञ्जन सुरेन्द्र सागर प्रचण्डिया प्रकाशचन्द्र टोंग्या वार्षिक शुल्क—पाँच रुपया ५) एक प्रतिका आठ आना ॥) विशेषः-वाचनालयों, पुस्तकालयों तथा अन्य शिक्षा-संस्थाओं के लिए ४||) वाषिक मूल्य रखा गया है । अतः शिक्षा-संस्थाओं को लाभ लेना चाहिए।

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 98