Book Title: Agamdharsuri
Author(s): Kshamasagar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Samstha

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Page 281
________________ वि. सं. १९९३ जामनगर में 'देव' बाग' उपाश्रय का निर्माण । सेठ चुनीकाल लक्ष्मीचंदभाई के द्वारा भव्य उद्यापन और चातुर्मास, आय बिल शाला एवं भोजनशाला की स्थापना । शास्त्रीय परंपरा के अनुसार श्री संघ को संवत्सरी पर्व की आराधमा करवाई। वि. सं. १९९४ पूज्यश्री के उपदेश से संघवी पोपटलाल धारशीभाई तथा चुनीलाल लक्ष्मीचंदभाई की ओर से श्री शत्रुजय तथा गिरनारजी आदि तीर्थो का छह 'री' पालते (पैदल) संघ । श्री सिद्धगिरिराज की पवित्र तराई में 'श्री वर्धमान जैन आगम मंदिर' का प्रारंभ हुआ, और खात मुहुर्त प्रसंग पर प्रथम रु. २५००० देकर सूरत निवासी छगनभाई फूलचंद के सुपुत्र शांतिचंद झवेरी ने १७,... का मंदिर और १०,००० का भागम लिखाया, संगमरमर की चट्टानों पर आगम खुदवाने का प्रारंभ, हुआ। पालीताना में चातुर्मास । उपधान तप की भव्य आराधना कराई। वि. सं. १९९५ पूज्यश्री के उपदेश से श्राद्धवर्य श्री मोहनलाल छोटालालने अहमदाबाद में पूज्य श्री की देखरेख में भव्य स्मरणीय उद्यापन करवाया अहमदाबाद में चातुर्मास, पालीताना में श्रमण संघ पुस्तक संग्रह' नामक ज्ञान-प्याऊ की स्थापना । वि. सं. १९९६ अहमदाबाद में गणी श्री क्षमासागरजी महाराज को . पंन्यास पद अर्पण । पालीताना में चातुर्मास । उपधान तप की बाराधना कराई। वि. सं. पालीताना में पंन्यासजी श्री क्षमासागरजी गणीका उपाध्याय पद तथा चन्द्रसागरजी को गणी और पंन्यास पद प्रदान ।

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