Book Title: Agam 43 Mool 04 Uttaradhyayan Sutra Part 01 Author(s): Jaykirtisuri Publisher: Bhadrankar Prakashan View full book textPage 5
________________ ग्रन्थनाम : दीपिकाटीकासमलङ्कृता उत्तराध्यायाः भाग-१ वृत्तिकार : परमपूज्याचार्यवर्यजयकीर्तिसूरिमहाराजः नवीनसंस्करणप्रेरक : पंन्यास श्रीवज्रसेनविजयमहाराजः गणिवर्य श्रीनयभद्रविजयमहाराजः नवीनसंस्करणसम्पादिका : साध्वीश्रीचन्दनबालाश्री पूर्वसंस्करणप्रकाशक : पण्डित हीरालाल हंसराज [ जामनगर] नवीनसंस्करणप्रकाशक : भद्रंकर प्रकाशन पूर्वसंस्करण : वि. सं. १९६६, इ.स. १९०९ नवीनसंस्करण : वि. सं. २०६६, इ.स. २००९ मूल्य : रु. २००-०० : ४२+३०६ : BHADRANKAR PRAKASHAN, 2009 पत्र X( प्राप्तिस्थान) अहमदाबाद: भद्रंकर प्रकाशन ४९/१, महालक्ष्मी सोसायटी, शाहीबाग, अहमदाबाद-३८०००४ फोन : ०७९-२२८६०७८५ अहमदाबाद : सरस्वती पुस्तक भंडार हाथीखाना, रतनपोल, अहमदाबाद-३८०००१ फोन : ०७९-२५३५६६९२ अक्षरांकन : विरति ग्राफिक्स, अहमदाबाद फोन : ०७९-२२६८४०३२ मुद्रक : तेजस प्रिन्टर्स, अहमदाबाद फोन : ०७९-२२१७२२७१ (मो.) ९८२५३ ४७६२० Jain Education International 2010_02 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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