Book Title: Agam 43 Mool 04 Uttaradhyayan Sutra Part 01
Author(s): Jaykirtisuri
Publisher: Bhadrankar Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 4
________________ परमपूज्यगच्छाधिपजयकीर्त्तिसूरिविरचितदीपिकाटीकासमलङ्कृताः उत्तराध्यायाः भाग - १ • वृत्तिकारः परमपूज्याचार्यवर्यमेरुतुङ्गसूरिशिष्यपरमपूज्याचार्यवर्यजयकीर्त्तिसूरिमहाराजः Jain Education International 2010_02 • • सम्पादकः • पण्डित श्रावक हीरालाल हंसराज • नवीनसंस्करणसम्पादिका • परमपूज्यव्याख्यानवाचस्पतिआचार्य भगवन्तश्रीमद्विजय रामचन्द्रसूरीश्वराणां साम्राज्यवर्ती परमपूज्यप्रवर्तिनी श्रीरोहिताश्रीजीमहाराजस्य शिष्यरत्ना च साध्वी चन्दनबालाश्री • प्रकाशकः • भद्रंकर प्रकाशन अहमदाबाद For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 350