Book Title: Agam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Bhashyam Part 01 Author(s): Dulahrajmuni Publisher: Jain Vishva Bharati View full book textPage 3
________________ णमोत्थु भगवओ महावीरस्स बृहत्कल्पभाष्यम् (हिन्दी अनुवाद सहित) खण्ड -१ (गाथा १ से ३६७८) नम्र सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें. जिससे अन्य वाचकगण इसका उपयोग कर सकें. वाचना प्रमुख गणाधिपति तुलसी प्रधान संपादक आचार्य महाप्रज्ञ संपादक/अनुवादक आगम मनीषी मुनि दुलहराज सहयोगी मुनि राजेन्द्रकुमार मुनि जितेन्द्रकुमार जैन विश्व भारती, लाडनूं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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