Book Title: Agam 19 Upang 08 Niryavalika Sutra Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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॥ श्रीः॥ ॥श्री निरयावालिकासूत्रम् ॥
जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर पूज्यश्री घासीलालजी महाराज-विरचित
सुन्दरबोधिनीटीकासमलंकृतम्
(हिन्दीगुर्जरभाषानुवादसहितम् )
नियोजको साहित्यरत्न सुबोध-पं. मुनिश्री समीरमल्लजी महाराजः संस्कृत-प्राकृतज्ञ-पं. मुनिश्री कन्हैयालालजी महाराजश्च ।
एतच्च
श्री श्वे. स्था. जैनशास्त्रोद्धारकसमिति 'सेक्रेटरी'पदभूषितेन गुलाबचन्द पानाचन्द मेहता महोदयेन स्वद्रव्यतः
प्रकाशितमू
।
आवृत्तिः प्रथमा प्रति- १०००
वीर संवत् २४९४ वि संवत २००४ ई. सन् १९४८
मूल्यः -रु. ७ आ.८
શ્રી નિયાવલિકા સૂત્ર
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