Book Title: Aavashyaksutram Part 04
Author(s): Haribhadrasuri, 
Publisher: Agamoday Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 16
________________ आवश्यकहारिभ. द्रीया कायोत्सर्गनिक्षेपः ॥७७०॥ एक्को काओ दुहा जाओ' एकः काय:-क्षीरकायः द्विधा जातः, घटद्वये न्यासात्, तत्र एकस्तिष्ठति, एको मारितः, जीवन् मृतेन मारितस्तदेतल्लवेति-बेहि हे मानव ! केन कारणेन ?, कथानकं यथा प्रतिक्रमणाध्ययने परिहरणायामिति गाथार्थः, भारकायश्चात्र क्षीरभृतकुम्भद्वयोपेता कापोती भण्यते, भारश्चासौ कायश्च भारकायः, अण्णे भणंतिभारकायः कापोत्येवोच्यते इति ॥ १४४५॥ भावकायप्रतिपादनायाह| 'दुगतिगचउरों द्वौ त्रयश्चत्वारः पञ्च वा भावा-औदयिकादयःप्रभूता वाऽन्येऽपि 'यत्र' सचेतनाचेतने वस्तुनि विद्यन्ते स भवति भावकायः, भावानां कायो भावकाय इति, 'जीवमजीवे विभासा जीवाजीवयोर्विभाषा खल्वागमानुसारेण कार्येति गाथार्थः॥१४४६॥ मूलद्वारगाथायां कायमधिकृत्य गतं निक्षेपद्वारम् , अधुनैकार्थिकान्युच्यन्ते, तत्र गाथाकायः शरीरं देहः बोन्दी चय उपचयश्च सङ्घात उच्छ्रयः समुच्छ्रयश्च कडेवरं भस्त्रा तनुः पाणुरिति गाथार्थः ॥ २३१ ॥ मूलद्वारगाथायां कायमधिकृत्योक्तान्येकार्थिकानि, अधुना उत्सर्गमधिकृत्य निक्षेपः एकार्थिकानि चोच्यन्ते, तत्र निक्षेपमधिकृत्याहनामंठवणादविए खित्ते काले तहेव भावे य । एसो उस्सग्गस्स उ निक्खेवो छविहो होइ ॥१४४७॥ दव्बुज्झणा उ जंजेण जत्थ अवकिरइ दबभूओ वाजं जत्थ वावि खित्ते जंजचिर जंमि वा काले ॥१४४८॥ भावे पसत्थमियरं जेण व भावेण अवकिरइ जं तु । अस्संजमं पसत्थे अपसत्थे संजमं चयइ ॥१४४९॥ खरफरुसाइसचेयणमचेयणं दुरभिगंधविरसाई । द्वियमवि चयइ दोसेण जेण भावुज्झणा सा उ॥१४५० ॥ IN७७०॥ Jain Educati o nal For Personal & Private Use Only Mainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 ... 208