Book Title: Aagam Manjusha 15 Uvangsuttam Mool 04 Pannavanaa Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri Publisher: Deepratnasagar View full book textPage 4
________________ किलवपणपरिणता ते गन्धओ सुभिगन्ध० दुम्भिगं रसओ तित्तरस० कडुय कसाय० अम्बिल• महुर० फासओ कक्खडफा० मउय गुरुय लहुय०सीय उसिण-णिद्धलुक्ख. सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण बट्ट० तंस. चउरंस आयय०२०,१००जे गन्धओ सुम्भिगन्धपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणयावि णील. लोहिय हालिहसुकिल रसओ तित्तरस० कडुय० कसाय० अम्बिल महुररस० फासओ कक्खडफास मउय गरुय लहुय० सीत. उसिण णिद्ध लुक्स. सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण व तंस चाउरं० आयय०२३, जे गन्धओ दुब्भिगन्धपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणयावि णील० लोहिय० हालिए सुकिल रसओ तित्तरस० कडुय० कसाय अम्बिल महुर फासओ कक्खटफास० मउय गुरुय लहुय० सीय उसिण णि लुक्खफासपरिणयावि सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाणपरिणयावि वट्ट तैसा चाउरंस आयय०४६. जे रसओ नित्तरसपरिणया ते वष्णओ कालवण्णपरिणतावि णील० लोहिय हालिद सुकिल गन्धओ सुम्भिगन्ध दुन्भिर्ग० फासओ कक्खडफास मउय गुरुयलय सीत. उसिण निद्ध लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण बढ० स० चाउरंस आयय०२०,जे रसओ कडुयरसपरिणता ने वण्णओ कालवण्णपरिणयावि नीललोहिय हालिह सुकिल गन्धओ सुभिगन्ध दुग्भिगन्ध फासओ कक्खडफास. मउय गुरुय लहुय० सीत. उसिण. णि लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण व तंस. चउरंस आयन०२०,जे रसओ कसायरसपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि नीललोहिय हालिद सुक्किा गन्धओ सुभिगन्ध दुम्भिगन्ध० फासओ कक्खडफास मउय गुरुय लहुयः सीत. उसिण णिद्ध लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण बट्ट तंस. चउरंस. आययसण्ठाणपरिणयावि २०, जे रसओ अम्बिलरसपरिणया ते वण्णओ कालवण्णपरिणयावि नील० लोहिय हालिद मुक्किा गन्धओ सुम्भिगन्ध दुग्भिग फासओ कक्खडफास मउय० गुरुय लहुय० सीत. उसिण निद्ध लुक्स. सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण० वट्ट तंस चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि२० जे रसओ महुररसपरिणया ते वण्णओ कालवणपरिणयावि नीललोहिय हालिद मुक्किाइ गन्धओ मुग्भिगन्ध दुविभ० फासओ कक्खडफास मउय गुरुय लहुय० सीत. उसिण निद्र०लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण व तंस० चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि २०.१००, जे फा. सतो कक्खडफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्ण नीललोहिय हालिद मुक्किल गन्धओ सुब्भिगन्ध० दुम्भिक रसओ वित्तरस० काय कसाय अम्बिल महुर० फासओ गुरुयफास लहुय० सीत. उसिण णिद्ध लुक्ख० सण्ठाणतो परिमण्डलसण्ठाण वट्ट संस० चउरंस आयतसण्ठाणपरिणयावि २३ जे फासओ मउयफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्ण नील० लोहिय हालिद मुकिङ गन्धओ सुम्भिगन्ध० दुम्भिक रसओ तित्तरस० कडुय० कसाय० अम्बिल० महुर० फासओ गुरुय लहुय० सीत. उसिण णिद. लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण यह तंस. चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि२३, जे फासओ गुरुयफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि नीललोहिय हालिद्द घओमुभिगन्ध भिकरसओ तित्तरस०कडय० कसाय० अम्बिल. महर० फासओ कक्खडफासमउय०सीय उसिण-णि लक्ख० सण्ठाणओ परिमण्ड. लसण्ठाण व तंस० चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि २३, जे फासओ लहुयफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि नीललोहिय हालिद मुक्किड़ गन्धओ सु. भिगन्ध० दुम्भिक रसओ तित्तरस कडुय कसाय अम्बिल महुर० फासओ कक्खडफासमयसीय उसिण णिद्ध लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण० वट्ट० तंस० चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि २३, जे फासओ सीयफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणयावि नीललोहिय हालिहसुक्किल गन्धओ सुम्भिगन्ध दुम्भिरसओ तित्तरस० कडुय० कसाय० अम्बिल महुर० फासओ कक्खडफास. मउय गुरुय लहुय० निद्ध लुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसष्ठाण वह तंस० चउरंस आयतसष्ठाण परिणयावि २३, जे फासओ उसिणफासपरिणता ते यण्णओ कालवण्णपरिणयावि नीललोहिय हालिह सुक्किल गन्धओ सुभिगन्ध दुग्भिक रसओ तित्तरस० कडुय० कसाय० अम्बिल महुर० फासओ कक्खडफास मउय गुरुय लहुय० निद्धालुक्ख० सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण बट्ट तंस. चउरंस. आयतसण्ठाणपरिणतावि, जे फासओ निदफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि नीललोहिय हालिए सुक्किा गन्धओ सुम्भिगन्ध दुम्भिक रसओ तित्तरस कडुय० कसाय अम्बिल महुर० फासओ कक्खडफास मउय गुरुय लहुयसीन उसिण सण्ठाणओ परिमण्डलसण्ठाण वट्ट तंस. चउरंस आययसण्ठाणपरिणयावि२३. जे फासओ लुक्खफासपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि नीललोहिय हालिद्र सुकिल्लव गन्धओ सुग्भिगन्ध दुम्भिक रसओ तित्तरस० कडुय० कसाय० अम्बिल महुर० फासओ कक्खडफास० मउय० गुरुयः लहुय सीत. उसिण सण्ठाणो परिमण्डलसण्ठाण वह तंस. चउरंस आययसण्ठाणप०२३, १८४, जे संठाणओ परिमंडलसंठाणपरिणता ते वण्णओ कालवण्णपरिणतावि ६७५पज्ञापना पब-१ मुनि दीपरनसागरPage Navigation
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