Book Title: Vyomvati Part 02 Author(s): Vyomshivacharya, Gaurinath Shastri Publisher: Sampurnanand Sanskrut Vishvavidyalaya Varanasi View full book textPage 9
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आश्रमिणां धर्मसाधनानि २३२ ४. सामान्यनिरूपणम्, तद्भदाश्च २६८ अधर्म(अदृष्ट)वैधर्म्यम् २३५ परसामान्यनिरूपणम् २७८ संसारसम्पादकानि निवर्त्तकानि अपरसामान्यनिरूपणम् २७९ च कर्माणि २३५ ५. विशेषनिरूपणम् २८३ शब्दवैधर्म्यम् २३७ ६. समवायनिरूपणम् २८७ ३. कर्मसाधर्म्यम २४४ समवायवैधयनिरूपणम् २८९ कर्मणो विभागास्तेषां लक्षणादिकम् २४६ प्रथमं परिशिष्टम २९२-२९४ पञ्चविधानामपि कर्मणां समान्यभेदः २४७ द्वितीयं परिशिष्टम् २९५ कर्मणां जातिपञ्चकत्वविचारः २४७ तृतीयं परिशिष्टम २९६-२९९ सत्प्रत्ययानां कर्मणामुत्पत्तिप्रकारः २५३ चतुर्थ परिशिष्टम ३००-३०४ असत्प्रत्ययकर्मोत्पत्तिप्रकारः २६० For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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