Book Title: Vruddhi Ratnamala
Author(s): Vruddhiratnamuni
Publisher: Keshrisinhji Saheb

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Page 22
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (२०) गौतम गणधर नित नमोहेलो सहि० लब्धितणा जंडार पूरेमन कामनाहेलो पूरे० सहि अमी. ॥४॥आबू ने गिरनारजीहेलो सहि सिद्धगिरि महाराज नाव नित्य नेटियेहेलो भाव० सहि० अमी० ॥ ५ ॥ अष्टापद आदेनमुंहेलो सहित समेत शिखर सुखकार वीस जिनवं दियेहेलो वीस सहि अमी०॥६॥समोवसरणर चनारची हेलो सहि. त्रिगमे श्रीजिनराज देवे प्रजुदेशना हेलो देवे० सहि अमी० ॥ ७॥ विजय यद» कुटिदेवी हेलो सहि० गौमुख यदसुहाय गजे. न्छ चढ्या तिहां हेलो गजे० सहि० अमी० ॥७॥ साशणदेव सदान, हेलो सहि० शेव॒जै गिरिसि. णगार चक्रेश्वरी मातजीहेलो चक्रे सहि अमी ॥ ५ ॥ क्षेत्रपाल कालागोरालो सहि जैरव वीरलूपाल संकट सबचूरवे हेलो संक० सहित अमी० ॥ १० ॥ श्रीसदगुरुने सदानमुं हेलो सहि० दत्तसूरि श्वर देव मूरती महाराज की हेलो मुरण सहि० अमी० ॥ ११ ॥ कुशलकरण कुशलेश्वरु हेलो सहि निरधारयां आधार वंचित फलपूरवे हेलो सहि० अमी० ॥ १२ ॥ For Private and Personal Use Only

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