Book Title: Vruddhi Ratnamala
Author(s): Vruddhiratnamuni
Publisher: Keshrisinhji Saheb
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की यात्राजी, फेरराज गिरिकीजात ॥ राज० फिरकाती पूनम दिनेजी, कर कलकत्ते जागृत ॥ कलकत्ते ० ॥ ७ ॥ सत्तरनेदी पूजारचीजी, करचो स्वामीवत्सल सुखकाज ॥ स्वामी० ॥ मकशुदावादपधारियाजी, वंद्याजसमुनिमहाराज || जस० ॥ ८ ॥ अजीमगंजवालुचरमंदिरकाजी, दर्शन कर चितचाह || दर्शन० || कटकोलाजसमुनि राजकीजी, सुणीदेशनाय || देशना० ॥ ए ॥ पुजायों सतरने दकीजी, करचोस्वामीवत्सलसमेल || स्वामी०|| पेमाकी प्रजावनाजी, लाकुरुपैया कटोरी नारेल || रुपया० ॥ १० ॥ भागलपुर सुंचंपापुरीजी, नेट्यावासुपुज्यजी जाय ॥ वासु० ॥ नाथनगर सुं चालियाजी, चित्तसमेत शिखर हरषाय ॥ समेत• ॥ ११ जिहां गजराज चढावियोजी, फिर धर्मशाला धर्म विशेक || धर्म || विसांही जिनवर जेटियाजी, और अंगियां रचना अनेक || अंगी० ॥ १२ ॥ कुशल कमाई करणकुंजी, फिर काशी सुधारया काज, ॥ काशी० चंद्रपुरी ओर संखपुरीजी, वृाजेरतनपुरी जिनराज रतन० ॥ १३ ॥ दर्शन कीना जावसुंजी, सारचा मनरा मनोरथ सोय ॥ मन० ॥ फिर २ देवजुदा
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