Book Title: Visheshavashyakbhashya ka Maldhari Hemchandrasuri Rachit Bruhadvrutti ke Aalok me Gyanmimansiya Adhyayan
Author(s): Pavankumar Jain
Publisher: Jaynarayan Vyas Vishvavidyalay

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Page 2
________________ संस्कृत विभाग जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर (राज.) LUTION प्रमाण-पत्र प्रमाणित किया जाता है कि अनुसन्धाता पवन कुमार जैन ने "जिनभद्रगणिक्षमाश्रमण विरचित विशेषावश्यकभाष्य का मलधारी हेमचन्द्रसूरि रचित बृहद्वृत्ति के आलोक में ज्ञानमीमांसीय अध्ययन" विषय पर मेरे निर्देशन में नियमानुसार जोधपुर नगरपरिषद् क्षेत्र में दो वर्षों से अधिक समय तक रहकर शोध कार्य सम्पन्न किया है। शोधच्छात्र का यह कार्य पूर्णतः मौलिक, गवेषणात्मक एवं विश्लेणात्मक है। जहाँ तक मुझे ज्ञात है, प्रस्तुत विषय पर इस प्रकार का शोध कार्य देश-विदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में सम्पन्न नहीं हुआ है। मैं इसे जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर की पी-एच्. डी. उपाधि हेतु प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान करता डॉ. धर्मचन्द जैन आचार्य, संस्कृत विभाग जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर

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