Book Title: Uvavai Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Kesharvijay
Publisher: ZZZ Unknown
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फनअपयशनिबंधदेवमीका दिपावि ज्वापकिम्मादमादिकपाध्याकर्मयापनकरिना छमबोधनकाराय पर्यायवलाaasa कल्याण पचनशा रुपEASTलाना चाफिलपाधिकरतका
नकरा- मारमादिनीवकान पाकरणात सासुविमफलातावति मविपाकासाविसकनातवंति समयाauatiलावा सफालकती अन्नपापन३० बलाकारीनस्श्रामहा यदनिश्यनियंचनववीतरागनमायजिमावसनरुप केवनमश्स के मकवायरहितसव परिसलप्रिन्यग्रंथप न्याया सफजब बावकितवानवासननप्रिक्वनमधीनसबंधनहितकारायलशान ग्रनतर मनावर निविषयूनगुणकरा गदा
नताविषयब
प्रतिशम जज पघावर धाममात्रकति शामवाणिवाद्ययावया सबकारी मातार कवलाए संसाध पझिया इधत्यसानु शिक्षिदिनाधाक्षितेदन दिनानिमूनिवणिसकलकर्मनाश्यपकी निजामावि दिनक्षमतबसमस्यविसंविखनविकर मानमा धमाधम
कूवनिदानव कूपनसनिकाguनवम मावईपरयाविधान विशदहनश्वापविरूदहा वनयमापलिई मोरुनाए । रोकरासहित माग्रीनमुक्तिमार्थ सारथानोकलिवमातिदायको नया
माग
आनए सक्षनाग सिधिमय मुन्त्रिमय णिबाणतयापिकापनय यावतहमावसंधिसरकप्पही
रणनिधवनविधीयामादिकनिहायपा घातायाकर्म कवायनाचशमिध शारादिकमानसिकर्वडखनेक्षन एकशापकवास्शराश्नवविवजजेटमा तपवनतीजा३५
म रसरकवलापाम- यकाको॥ कामानमरवणशनकराशनतयामि ब्याईशयमकादयश्चतयनाशकदमा कम्प
मडिया डावासिनीतिमुधनियरिणिवानि सरकाणमंतकारनिगाहपएसयता
पावनधक्वननामवहारावलाकविकशने२१कोश्यकासाथमाटिकरदवलोका देवतादेवनवनपाईकयनाकजिवध मोटीशषिविमानादिकन जावा महामोटामुषमा निश्शेषवाकनश्यक नविधी
काबाजा नाममा विक्रमानव
ऊ३२०
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कामावासापं कामतारादबालाएनुववनाएनववतारतंति महिहाएतु आवमहामुकिमा
पीबोजप

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