Book Title: Uvavai Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Kesharvijay
Publisher: ZZZ Unknown
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करा
टीके
शिस्त्रदेवम्पको आयनाप्याटोलाया अनिकायस्पोनिमाणमा तिवारपबीतेष्टपतिकदारक
विक्रिवित अन्नसातपकवानादिकनः | दिकादिकतत पश्चाढहामालाघाटन घना करियपहतागव
वालक लघाणघाण सोगिवकराठावशष्टयकावा झायोला वातागहिंसधातीमहि माणिमातहिनि तातासम्पनिम्मेदारए निहिनिवाला अमातामहिकाव शियनविाव्याविकते
रागमतसंबंध यायाकामतोगना पाण्यापूदायत विष पायाका मनोगतऽविधा सेकहताशाम तिहतस्तोगाईतोगवि
हाकर वागनहाकार बनिहाकर धवसायएकाग्रपणन यघानिमता सयामातीगहिं पोसहित गोझिलितिणनिहित गोमुशिहानिणीप्रश्नोवहिनहा गपहन उत्पलकालना पप्तरातेवाविस असदविका तलिएकमलका मुगकमानानि सुगंधिकमलति कति महा संताविय जाति याबकाप्साकालसीकालाराम लिस विशेषलोकरुडा नोकरुटिजाणिवा कमलनाऊझिराक
तिदना ऊति मानिए प्यालतिवाचतामतिवा कमुदितिया सलिणनिया मुताविव सुगंधिनिया परिणतिबा महा प्रतिवेतति पत्रमतयांषा गहलपत्रसहस्रपांच बातमदनपत्रएतनाला मंककादममा अालयापानविध परेतलायाघरमा नलोपा म
हनविघर गाबहानाविध पाषकाबरहतविषादिकानकपन चियापान Bारापनिवासतपत्रनिवासहस्रपात्रतिवासयसहस्तपत्रविका पंकजाए कालससंबहियगोवालपती पंक कापूस पणारऊतकरान एणत्यायMarटांतिनिश्चय करानमंट कामवादनाय Hशफरफरसते परंतहानीया कामरुपरजा पाणातिह
प्रतिमामादारक वालक.
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हात पम्पकप्रकारावयाय र गोवलिया उलय TalTHपतिविदाराकासहिपतगहिंसवाहणावलिपिहितिकार| य
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