Book Title: Uvavai Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Kesharvijay
Publisher: ZZZ Unknown
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कपाखHILS
दलानरोगीयानानामत मृलासनोजना कंदरतालकिणविक शवनमा विजयया सवशयकाबाजापरख बालभानशाल नाव नवसातदिवश करिवता म नकरवा फलहलाकिनबसपारस्वत मुरबधाननवना जनतरुणकरिवता शिलाशिवामूलातााणवा कंदातातिवा हरियातायाmविवा सावजीनातावा लोन पाश्वयाधाकर्मादि अंबालशिवाजकई यारियकारनवर्धवयोजन वनाईक लागते जालगाजावायेतीन तेकदरवश अपमान
एणश्वव्यापीरस्य गाजविषा या पातएवा
अ परिहायगरम कविहिबादामपावरका जानजीबाए तंजदा अव दिकमानेकरा प्रमादकराशतनाचा हिसाका एहवत. मावकाकिरसादिक लायरिखाऊकारसबमा कल्पा मगधदेवाश श्रावस्यवासयब-ABामियानहन गादिकवानराननादवादका
न घट धामईनाद शाणायरिय पायायपिहिमायदा गावकामावादास मासयरिबायातकाप्यति मामएका
मान अलाउमिनानिmaraनदा पुगतहननेहा ममिया पतनय बकरा पुणवहन विवीध अतिवायस्पालव दिकपबाटबंधावाबरा वाविकमातलासरसंबंधी नाव कादमन तिआवa nलित लिवनक्षेत्र
प अलरमपकिगादिनए सिविनवहमा सोवेवणबहमा एधि यसरि विवणं परिपूततव तणनिश्वयकरामावद्यया पुतहमातडणवत्रन गणवला आवशवेन तहताशिवाय तेषणादवदाधा कंगनाल्यन पसहितएहवन करना वद्यपायरहित वेवपदरा रूपएडवकरात विवेतनारहितvarads अपरिमय सिविनसाबोनिकानावाचापको सविडावातिका सचिवर्णकावासविनादित
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