Book Title: Uttaradhyayan Sutra Ek Parishilan
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Sohanlal Jaindharm Pracharak Samiti

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Page 531
________________ सहायक ग्रंथ-सूची मूलग्रन्थ अंगपण्णत्तिचूलिका-माणिकचन्द्र जैन ग्रन्थमाला, बम्बई. अट्ठशालिनी-संपा० पी० व्ही. बाप्टे और आर० डी० वाडेकर पूना, १६४२. अभिधर्मकोश-आ० वसुबन्धु-विद्यापीठ संस्कृत ग्रन्थमाला, वाराणसी, वि० सं० १९८८. अर्थसंग्रह- लौगाक्षी भास्कर- बम्बई, १६३०. अनुयोगद्वार ( मलधारी हेमचन्द्र कृत वृत्ति सहित )-आगमोदय समिति, सूरत, १६२४. आचाराङ्ग (आत्मारामकृत हिन्दी टीका सहित )-जैन स्थानक, लुधियाना, पंजाब, १९६३-६४. आचाराङ्गवृत्ति-शीलाङ्काचार्य-सिद्धचक्र साहित्य समिति, बम्बई, वि० सं० १६६१. आत्मानुशासन-गुणभद्र -जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, चिरगांव, बम्बई, वि० सं० १६८६. आदिपुराण-पुष्पदन्त-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, वि० सं० २०००. आवश्यकनियुक्ति-( दीपिका टीका सहित )-भद्रबाहु जैन ग्रन्थ माला, गोपीपुरा, सूरत, १६३६. • आवश्यकसूत्र ( मलयगिरि टीका सहित )-आगमोदय समिति, बम्बई, १६२८-१९३६. उत्तराध्ययनचूणि-जिनदासगणिमहत्तर-जैनबन्धु मुद्रणालय, १६३३. उत्तराध्ययनसूत्र ( आत्मारामकृत हिन्दी टीका सहित )-जैन ___ शास्त्रमाला कार्यालय, लाहौर, १६३६-४२. उत्तराध्ययनसूत्र (घासीलालकृत संस्कृत-हिन्दी-गुजराती टीका सहित) - -जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, १९५६-६१. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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