Book Title: Uttaradhyayan Sutra Ek Parishilan
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Sohanlal Jaindharm Pracharak Samiti

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Page 542
________________ ५१६] उत्तराध्ययन-सूत्र : एक परिशीलन २०० १६२ ६१ १६ उपसर्ग ई २२६ २४८,३१० २३६ उष्ण शब्द पृष्ठांक शब्द তাফ इंद्र १८,१४४,२०९,२३५,३६५ उपपादजन्म ४०६,४५३,४७४ उपबृहा इंद्र-नमिसंवाद २६२,४५३ उपभोग इंद्रिय ६३ उपमा इच्छाकार ३०७ उपयोग इषुकार १९,२४६,३६४,४०२, उपवास १८६,२३५ ४६१,४७४,४६५ उपसंपदा ३०७ इषुकारीय ३५२ उपांग उपाध्याय ईर्यासमिति २६१ उपाश्रय ईशान ११४,१७२ उपासक ईषत्प्राग्भारा उरभ्रीय ३५४ उग्रसेन ४१०,४१२,४६७ उच्चारसमिति २६८ ऊनोदरी उत्कालिक ऊर्ध्वदिशा उत्कीर्तन उत्तर , ३७,३६ ऋ उत्तरकुरु ५८,६० ऋजुजड़ ४२८ उत्तराध्ययन १,६,६,१४ ऋजुप्राज्ञ ४२८ उत्सर्पिणी १७० ऋजुश्रेणी उदधिकुमार . १११ ऋषभ उदयसागर ४६ ऋषभदेव ४०८ उदायन ४७५ उद्योत ७० एकत्ववितर्क-निर्वीचार ३४६ . उपकरण २४७,२५४ एकामर्षा २६८ उपगृहन २०० एलय उपदेशरुचि २०२ एषणा ३३७ उपधि २४७,२५४ एषणासमिति . २६३ ३३४ ३७७ ३०६ ऊर्ध्वलोक ३८७ ४७५ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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