Book Title: Uttaradhyayan Sutra Ek Parishilan
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Sohanlal Jaindharm Pracharak Samiti
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५१०] उत्तराध्ययन-सूत्र : एक परिशीलन षट्खण्डागम ( पुस्तक ६ )-वही, १९४६. षड्दर्शनसमुच्चय (गुणरत्नसूरिकृत टीका सहित)-हरिभद्रसूरि
भावनगर, वि० सं० १९७४. समवायाङ्ग-अनु० मुनि घासीलाल-अ० भा० श्वे० स्था० जैन
शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, १९६२. समीचीन धर्मशास्त्र-समन्तभद्र-अनु० जूगल किशोर मुख्तार,
__वीर सेवा मन्दिर, दरियागंज, दिल्ली १९५५. सर्वार्थसिद्धि-पूज्यपाद देवनंदी-माणिकचन्द्र दि. जैन परीक्षालय,
बम्बई,. १६३६ सांख्यकारिका-ईश्वरकृष्ण-प्रका० पं० नारायण मूलजी पुस्त
कालय, बम्बई, १६२६. सागारधर्मामृत-पं० आशाधार-अनु० मोहनलाल जैन शास्त्री, सरल जैन ग्रन्थ भण्डार, जबलपुर, वी० नि० सं०
२४८२-२४८६. सुत्तनिपात-संपा० पी० व्ही. बाप्टे-विश्वभारती शान्तिनिकेतन,
१६२४. सूत्रकृताङ्ग ( नियुक्ति सहित )- आगमोदय समिति, बम्बई,
१९१७. स्थानाङ्ग ( अभयदेवकृत वृत्ति सहित )-माणेकलाल चुन्नीलाल,
अहमदाबाद, १६३७. स्याद्वादमञ्जरी-मल्लिषेण-विद्या विलास प्रेस, बनारस, १६००. हरिवंशपुराण-जिनसेन-संपा० पन्नालाल जैन, भारतीय ज्ञान
पीठ, काशी, १९६२. निबन्ध-ग्रन्थ ( हिन्दी ) आदिपुराण में प्रतिपादित भारत--डा० नेमिचन्द्र शास्त्री
__ गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला, वाराणसी, १९६८. उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन-आचार्य तुलसी-श्वे०
तेरापंथी महासभा, कलकत्ता, १९६८. छहढाला-पं० दौलतराम-रत्नाकर कार्यालय, सागर, १९६५. जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज-डा. जगदीशचन्द्र जैन
चौखम्बा विद्या भवन, वाराणसी, १९६५.
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