Book Title: Updeshmala Author(s): Unknown Publisher: Unknown View full book textPage 2
________________ शुद्धिः ॥६ ॥ काशय कोशेय शुद्धिः प्रवेशो तिस्रोऽपि कारणम् बद्धा तया । खिवेह CooperenceCooper पत्रम् पङ्क्तिः अशुद्धिः पत्रम् पक्क्तिः अशुद्धिः शुद्धिः पत्रम् पक्तिः अशुद्धिः १७२ ६ घणेणावि धणेणावि |, १४ विजयहारे विजहारे , १५ पवेशो " १३ -धणा -धणो २०० ११ कोशेय ९ तिस्रोऽपि ४ अत्ता अक्का २०२ ८ णोवविदो णोवविद्वा ८ कारणाम् कुट्टीन्य |२०६ ११ ब्रह्मेन्द्रभूते- ब्रह्मेन्द्रभूते- २५७ ५ बद्धात या ३ निवइ सुयाहिं निवइसुयाहिं रजनिप० रजनि प २६३ १७ १ १७८ १२ चमत्कारा चमत्कारं ६ खिवेइ , जन्मम्मि ,, १८० ९ तत्त्वामा १५ अतेउर अंतेउर २६६ तत्वमा ३ हियासरीरं २२१ १ अत्थ अत्थं | १८४ १४ ते ६ कस(म) २२२ ३ मुनिसन्धिः मुनिकथा १२ हयाए ६ सुया सुहडा | २२९ १४ गगम्मु गकम्मु ५ अज्जेणीए ८ घेत्तण २३२ ५ धणु घणु ३ ज्झाणठिओ ज्झाणट्टिओ २३३ ६ सामि माइ सामिमाइ ५ करित्त ५ खग सिरे खग्गसिरे ३३३ २३३ पत्र २९३ १ यथावस्थि ९ झाणाओ झाणाउ |२४७ ७ चाक्ख चोक्ख ३०२ १३ अविकत्ति १५ परिहा परिसहा २ णभहा णमहा ३०३ ७ थेवो | १९१६ मणियं भणियं ७ पीठसन्धिः पीठकथा , ९ पिया opeCamera श्रते धित्तूण जम्मम्मि IN हिया सरीरं 6 कुस(म) एयाए उज्जेणीए हे. करित्तु यथावस्थित IN अवि कत्ति थोवो पिया ॥ ६Page Navigation
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