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स्पार्क" को विद्युत् चुम्बकीय ऊर्जा के विकिरण के रूप में बताया गया था। गैसों में विभिन्न प्रेसर की स्थिति में तथा उच्च वाल्टेज द्वारा होने वाले निरावेशीकरण के प्रभाव से उत्पन्न "स्पार्क" या विद्युत्-चुम्बकीय-ऊर्जा के विभिन्न परिणमनों की चर्चा भी हम कर चुके हैं। इस चर्चा से यही निष्कर्ष निकलता है कि स्पार्क के रूप में उत्पन्न विद्युत् धारा अपने आप में केवल विद्युत् चुम्बकीय ऊर्जा है। इसकी उत्पत्ति में कहीं कंबश्चन की रासायनिक क्रिया नहीं है। अग्निकण के रूप में होने वाली चिनगारी जिसे मुर्मुर कहा गया है, जलते हुए यानी कंबश्चन की प्रक्रिया करते हुए ठोस कण हैं। इसी प्रकार ऊनी शाल, पोलीथीन (या प्लास्टीक की थैली) आदि में उत्पन्न चिनगारी भी स्टेटिक इलेक्ट्रीसीटी का स्पार्क के रूप में यानी विद्युत् चुम्बकीय ऊर्जा के रूप में विकिरण है, जो अग्निकण (मुर्मुर) से भिन्न है।
इलेक्ट्रीक स्पार्क स्वयं तो अग्नि नहीं है पर अनुकूल संयोग मिलने पर अग्नि पैदा कर सकता है। अनुकूल संयोग में तीनों अनिवार्य आवश्यकता की पूर्ति होना जरूरी है-ज्वलनशील पदार्थ, ज्वलनबिंदु तक का तापमान तथा ऑक्सीजन। तीनों में से किसी के अभाव में अग्नि या कंबश्चन की प्रकिया घटित नहीं हो सकती। इन तीन अनिवार्यता की पूर्ति कहां होती है, कहां नहीं-इसे हम निम्नांकित उदाहरणों से स्पष्ट समझ सकते हैं
1.ई.डी.एम. मशीन- इलेक्ट्रीक डीस्चार्ज मशीन से धातु को इलेक्ट्रीक स्पार्क से कुतरकर आकार दिया जाता है जो यानी सांचे के रूप में ली जाती है। इस मशीन में एक टंकी को केरोसीन से भर कर उसके नीचे के तल पर धातु रखी जाती है तथा इलेक्ट्रीक स्पार्किंग की क्रिया से धातु को यथेच्छ आकार दिया जाता है। इस संबंध में इंटरनेट से प्राप्त जानकारी इस प्रकार हैEDM: Principles of Operation
Electrical Discharge Machine (EDM) is accomplished with a system comprising two major components - a machine tool and a power supply. The machine tool holds a shaped electrode, which advances into the workpiece and produces a shaped cavity. The power supply produces a high frequency series of electrical spark discharges between the electrode and the workpiece, which removes metal from the workpiece by thermal erosion or vaporization.
The basic components of an EDM system are illustrated to the right. The workpiece is mounted on the table of the machine tool and the electrode is attached to the ram of the machine. A DC servo unit or hydraulic cylinder moves the ram (and electrode) in a vertical motion and maintains तुलसी प्रज्ञा जनवरी-मार्च, 20040
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