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प्रकीर्णकम्
१. वद्धि नवकार मंत्रकल्प
-परमेश्वर सोलंकी २. नक्षत्र-भोजन के मांसपरक शब्दों का अर्थ
-मुनि श्रीचंद 'कमल'
-झूमरमल बंगाणी ३. णमोसिद्धाणं : नाद सौन्दर्य
-जयचन्द्र शर्मा
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