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इस प्रकार इस पद में मानव आत्मा के विविध प्रकार के भावों की स्थिति का आभास मिलता है। आत्मा को सामा, काली, गौरी आदि स्त्री रूप में वर्णित किया गया है। इस प्रकार उक्त पद का संगीत कला की दृष्टि से मूल्यांकन करने पर यह अध्यात्म-भाव सामने आता है।
--निदेशक श्री संगीत भारती बीकानेर-३३४००१
खंड २१, अंक ३
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