Book Title: Trishashti Shalaka Purush Charita Mahakavyam_01 Author(s): Hemchandracharya, Charanvijay Publisher: Atmanand Jain Sabha View full book textPage 9
________________ BOLSO DOLO DUO DUOLTOPOLCOLO DOGODEDEO BOL BOLDOGODOUDOUCO * समर्पणम् ) Manoon-Goodone0000000 ख-परसिद्धान्तपरमार्थप्रपञ्चप्रवीण-न्यायाम्भोनिधि-जैनाचार्यश्रीमद्विजयानन्दसूरीश्वराः! श्रीआत्मारामेतिप्रसिद्धप्रख्याः! सूरिपुङ्गवाः! DinomornDHORDLOROGOPOHOROSODEOHSOLDMOBIOLOROHIBOOR अयि ! आराध्याभिसरोरुहाः! तत्रभवन्तो भवन्तो जगति गरीयसि धर्म-कर्ममहीयसि पश्चनद (पञ्जाब)जनपदे कर्पूरब्रह्मक्षत्रियान्वये सुजनिजनिं प्राप्य सुकृतोदयेन जैनी दीक्षामग्रहीषुः । तत्र च शासननायकश्रीमहावीरप्रभोः सद्धर्मोपदेशं साधूपदिशन्तः, कतिपयभव्यभविनो यतिधर्मे नियोजयन्तोऽन्यवर्त्मनि वर्तमानानसुमतो भगवत्श्रीवीरधर्मे संस्थापयन्तो, नैकसहस्रश्रावक-श्राविकाः सूत्रविहितमूर्तिपूजादी दृढश्रद्धं कारयन्तः, तन्मूलं परिबृहयन्तो, मरु-गूर्जर-सौराष्ट्रादिविषयेषु धर्मोन्नतिं विदधतश्च जनतां धर्ममयीमकार्षुः । तथा चास्यां विक्रमस्य RECTORATECOLORIGINAROJUDIO MooseatmeDTIODIOSM02CMODIOCTORATORS an Education inte ww.jainelibrary.orgPage Navigation
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