Book Title: Trishashti Shalaka Purush Charita Mahakavyam_01
Author(s): Hemchandracharya, Charanvijay
Publisher: Atmanand Jain Sabha

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ MAANDUIDINIS TIK TUUNIN ANIMOWA OSTANETIKS ANUNLA UMOJNIRO AMMETIKUMI KUTOAMNA HII "सं १.” (प्रास्ताविके प्रेक्षणीयम्) जनमासगीरश्रमणकासिमानतश्तकारसोसिधिरुवमुपायायायएचसरमा वात्सशसकिमानशालयमयत्यालाघातिनीnigosमोडलिकाकसयसरदामासान बालवाहतयाछान्याशावाशिवायएकवर्धसदायावसालिदालिपटनमध्यावनिगलिचक्रामवफा बहनुमयदत्यनाकरनझामाक्विाउयदकामायारविमाडपर्वलदिवसायमाशियथाऽत्याचा हासरशीनिसतीत्वधबेहछाणिमिदिमामनवानामामधारयामासदिसाविदधवतस्याहावसमस अन्त्य दिकनिवप्रामाहाशाखानिधारा स्मंकालकररायशिवाजतिन्मावाहात्यदिशवटा पत्रम् चीनमाधारायेवतीकयलावविवंस सस्य मोकामनाकमावकिरणयमित्यदेखि aपिसिनतास्यबीगिसर्वाणिवारा अत्याचवायची हसदेवविरचिवधिश्चिाताप कपाशसमढ़ाकरवायामपवी मरीचिवसादिवानाकारुपलगवानाराम रवानगलासपष्टमयसमाशासमाश्रीकमसामिप्तयत्यकानिक्दयधमत्वमाययय अशावधानवरहितायवेधशावदियवाधा MEERFreedomara t e चालवासाकायारण्याराथाटामाटतावोलिवितमयायधिशमा याममादानदयात रश्मकतावसलवालरवक्यायकायाय) य JainEducatiduA I REILLSHIRIDHIANISHIRIDISTRI| श्री महोदय प्रि.प्रेस-भावनगर,

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 410