Book Title: Trigranth Samuchhay Prashnottar Pradip Paryushanashthnika Vyakhyan Panchjin Stuti
Author(s): Lakshmivijay
Publisher: Bhogilal Kalidas Shah
View full book text ________________
. (१४) १४ अभव्जीव चारित्रग्रहण करे ? ...... .... १५ अभव्य जीवना प्रतिबोधेला भव्यजीवो मोक्षे जाय ? १६ प्रसिद्ध थएला अभव्य जीवो केटला छे ? । १७ कोइ अभव्यजीब वर्गादि सुखनी इच्छावडे द्रव्य चारित्र
ने पामीने भणे तो केटलं श्रुत पामे ? .... .... १८ अभव्य जीवो श्री सिद्धाचल तीर्थनी स्पर्शना न करे एवा. ___अक्षरो क्याइ छे ? .... .... .... १९ श्रीजिन भगवाननी देशना अभव्योने तन्व जणावनारी
केम नथी थती? .... २० परमाधामि जीवो भव्य छे के अभव्य छे ? . .... २१ परमाधामि जीवो कोण छे ? .... .... २२ परमाधामि जीवोनी करेली वेदनाओ केटली
थ्वीओने विषे छे ? २३ मरण अवसरे जीवने शरीरमांथी नीकळवानो कयो मार्ग
प्रभुए प्ररूप्यो हशे? ... .... २४ उक्त पांच प्रकारे जीव शरीरमांथी नीकळतो थको कइ
गतिने पामे ? .... .... .... .... २५ स्त्रीए प्रार्थना करेलो पुरुष केवो होय ? ........ २६ शुक्लपाक्षिक, अने कृष्णपाक्षिक, जीवोकोने कहीए ?.... २७ कृष्णपाक्षिक जीवो कइ दिशाए उपजे छे ? .... ८४ २८ मुनिमहाराजो कइ दिशा सन्मुख रही आवश्यक क्रिया करे? ८५ २९ मुनिमहाराजोए के. कंदोरोबांधवो कया शास्त्रमा कहेलो छे? ८५ ३० साधुओने भिक्षार्थे शय्यातरने घरे जq कल्पे के केम ? ८५ ३१ केटला कोशथी आणेलो अशनादिक आहार साधुओने कल्पे ? ८५ ३२ पहेले पहोरे लावेलुं अशनादि, ते मुनिओने चोथे पहोरे
भोजन करवाने कल्पे? ... .... .... ८६
Loading... Page Navigation 1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 ... 250