Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 03 04 Author(s): Vijaysushilsuri Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti View full book textPage 6
________________ KANNEMARAHMANAYANAMAHENNNNN * सम्पादक: * * सत्प्रेरकः * जैनधर्मदिवाकर-शासनरत्न-तीर्थप्रभावक- पूज्यवाचकश्रीविनोदविजयगणिवर्यःराजस्थानदीपक-मरुधरदेशोद्धारक तथा परमपूज्य आचार्यदेव पूज्यपंन्यासश्रीजिनोत्तमश्रीमद्विजयसुशीलसूरिः विजय-गरिमवर्यः । 卐-- श्रीवीर सं. २५२१ प्रतियाँ १००० विक्रम सं. २०५१ प्रथमावृत्तिः नेमि सं.४६ मूल्यम् 秋就我我我我我我我我我我我我我我我我我我我我我我我就款获奖 卐 द्रव्यसहायकः ॥ श्रीजनशासनशणगार-प्रतिष्ठाशिरोमणि-शास्त्रविशारद-साहित्यरत्न-कविभूषण-परमपूज्याचार्यदेव श्रीमद्विजयसुशोलसूरीश्वराणां सदुपदेशात् सुमधुरप्रवचनकारक-कार्यदक्षपूज्यपंन्यास - श्रीजिनोत्तमविजयगणिवर्य - प्रेरणायाश्च द्रव्यसहायकः श्रीश्वेताम्बर वीसा प्रोसवाल श्रीजैनसंघः बिजोवा राजस्थान-मरुधरः । ' प्राप्ति-स्थानम् ॥ [ १ ] प्राचार्यश्री सुशीलसूरि जैनज्ञानमन्दिर शान्तिनगर, मु. सिरोही 307001 (राजस्थान) [ २ ] श्री सुशील साहित्य प्रकाशन समिति C/o श्री गुरणदयालचन्दजी भंडारी, राइका बाग, पुरानी पुलिस लाइन के पास, मु. जोधपुर (राज.) ___S.T.D. 0291 822091 श्री श्वेताम्बर वीसा प्रोसवाल जैन संघ मु. पो. बिजोवा-306601 जि. पाली (राजस्थान) * मुद्रक * ताज प्रिन्टर्स, जोधपुर (राजस्थान) 爱农农发发发: 常常來常常米米米米米深Page Navigation
1 ... 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 ... 264