Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 03 04 Author(s): Vijaysushilsuri Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti View full book textPage 5
________________ BANAMAVAM~ .5 श्रीनेमि-लावण्य-दक्ष-सुशील-ग्रन्थमालारत्न ८५ वा ...... पूर्वधर-परमर्षि-सुप्रसिद्ध श्रीउमास्वातिवाचक-प्रवरेण विरचितम् ॐ श्रीतत्त्वार्थाधिगमसूत्रम् ॥ [ तृतीयश्चतुर्थोऽध्यायः ] - तस्योपरि - शासनसम्राट्-सूरिचक्रचक्रवत्ति-तपोगच्छाधिपति-महाप्रभावशालि-परमपूज्याचार्यमहाराजाधिराज श्रीमद्विजयनेमिसूरीश्वराणां दिव्यपट्टालंकारसाहित्यसम्राट्-व्याकरणवाचस्पति-शास्त्रविशारद-कविरत्न-परमपूज्याचार्यप्रवर श्रीमद्विजयलावण्यसूरीश्वराणां प्रधानपट्टधर-शास्त्रविशारद - कविदिवाकरव्याकरणरत्न-परमपूज्याचार्यवर्य श्रीमद्विजयदक्षसूरीश्वराणां सुप्रसिद्धपट्टधरशास्त्रविशारद-साहित्यरत्न-कविभूषणेतिपदसमलङ्कृतेन प्राचार्यश्रीमद्विजयसुशीलसूरिणा - विरचिता - 'सुबोधिका टीका' एवं तस्य सरलहिन्दीभाषायां विवेचनामृतम् mtaalammmmmmmmm SM -....--- * प्रकाशक * श्री सुशील साहित्य-प्रकाशन समिति C/0 संघवी श्री गुणदयालचन्द भण्डारी राइका बाग, मु. जोधपुर (राजस्थान) wonnonmmmmmmmmmmon wwPage Navigation
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