Book Title: Tattvarthadhigam Sutra Abhinav Tika Adhyaya 10
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Shrutnidhi Ahmedabad

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Page 43
________________ ૪૨ शब्द कारित कारुण्य काल काल काल काल काल | कालातिक्रम किन्नर किम्पुरुष | किल्बिषिक कुप्यप्रमाणातिक्रम कुल कुशील कूटलेखक्रिया कृत कृत्स्न | कृत्स्न कृमि केवल केवल केवल केवल केवल | केवलज्ञान | केवलदर्शन केवलिन् केवलिन् कौकुच्य क्रिया क्रिया क्रोध | किलश्यमान Jain Education International अ. सू. ६ ९ ७ ६ ४ १५ |२२ ५ ३८ ७ ३१ १२ ४ १२ ४ ४ ७ ७ २४ ९ २४ ९ ४१ ७ | १८ ९ ८ ६ |५ १३ २ २४ १ १ ३० ३ ० १० १० १ ९ V9 ܡ ܡ ܡ ܡ ४ 22 ८ ८ गुण गति गति गति गति १० ६ गति १४ ९ ४० गति ५ २२ ६ તત્ત્વાર્થાધિગમ સૂત્ર અભિનવટીકા अ. सू. शब्द क्षमा क्षय क्षान्ति क्षायिक क्षिप्र १० ow क्षीणकषाय क्षीण मोह क्षुत् परिषह क्षेत्र क्षेत्र क्षेत्र क्षेत्रवास्तु प्रमाणातिक्रम क्षेत्र वृधि 長島高島高島 गण गुण ७ २७ गन्ध गुण गुण गन्ध गन्ध गन्धर्व ६ गर्दतोय For Private & Personal Use Only गुण क्ष ग ९ ६ १० ३ ६ १३ २ १ १ १६ ९ ३७ १० ३ ९ ९ १ ८ १ २६ १०७ ७ २४ ७ २५ v २४ ३३ ५ ३४ ५ ३५ ५ ३७ ५ ४० S ६ २४ २ २ २७ २२ ५ १७ ८ १२ १० ६ X २ २१ ५ २३ ८ १२ ४ १२ ४ २६ www.jainelibrary.org

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