Book Title: Tap Sadhna Vidhi Ka Prasangik Anushilan Agamo se Ab Tak
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 10
________________ adisional हार्दिक अनुमोदन JanamamaAAAAAAAAAAAAmasam आगम ज्योति, प्रवर्तिनी पद विभूषिता, पूज्य गुरुवर्या श्री सज्जन श्रीजी म.सा. की परम विदुषी शिष्या, अध्ययन रसिका, जैन जगत की शारदा पुत्री साध्वी श्री सौम्यगुणा श्रीजी म.सा. साध्वी श्री स्थित प्रज्ञा श्रीजी म.सा., साध्वी श्री संवैग प्रज्ञा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा 3 के सन् 2011 के कोलकाता ऐतिहासिक चातुर्मास की अमिट स्मृति के उपलक्ष्य में अध्यक्ष श्री अमरचन्दजी कोठारी की अन्तरंग इच्छा एवं हार्दिक सहयोग से श्री खरतरगच्छ जैन संघ, कोलकाता -ee 09-=

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