Book Title: Tadpatra Pandulipi Bachaye Author(s): Anupam Shah Publisher: Indian Council of Conversation Institutes View full book textPage 9
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ताड़पत्र क्यों तथा कैसे नष्ट होते हैं ? 8 BEDIORAT दीमक, सिल्वर फिश, तिलचट्टे, बुक लाईस जैसे कीड़े इन पत्रों को खा जाते हैं । कीटाक्रमण, तेल इत्यादि से चीपके हुए पत्र । धूप में अनियंत्रित तरीके से सुखाने तथा काठ के पठ्ठों के बीच कसकर न रखने के कारण वक्र हुए पत्र । 138835 पत्र के किनारों के टूट जाने के कारण हैं, कीटाक्रमण, पाठकों के द्वारा अपव्यवहार तथा काठपठ्ठों का आकार पत्रों से छोटा होना । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सूखे वातावरण में पत्र अपनी नमी खो देते हैं और टूट जाते हैं । प्रदर्शन पेटिका के अन्दर जले हुए बल्ब यह क्षति पहुँचाते हैं । ऊषाहरण, १८ शताब्दी, उड़िसा राज्य संग्रहालय । पाठकों तथा अधिकारियों की लापरवाही से पत्र पर निशान व दाग पड़ जाते हैं । For Private and Personal Use Only 11Page Navigation
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