Book Title: Tadpatra Pandulipi Bachaye Author(s): Anupam Shah Publisher: Indian Council of Conversation Institutes View full book textPage 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra २६६Cine ଏସନ ମହାମେଣ୍ଟସ ସ୍ୱନାମରୁଣ ଅଚ୍ୟୁତି (କେସ୍କୋପ ଅଟେକା ମତ ବିଶ୍ୱରେ ଏ ६६० ERB 5450566CCESS चित्र तथा लेख ताड़पत्र पर तूलिका (ब्रुश ) से भी अंकित करे जाते हैं । तत्पश्चात्, पत्रों को माला की तरह पिरोया जाता है । बड़ा क्षेत्रफल पाने के लिए ताड़पत्रों को परस्पर सिला भी जा सकता है । www.kobatirth.org इन पत्रों को काठ के पट्टों के बीच दबा दिया जाता है, फिर पठ्ठों के ऊपर सुतली कसकर बाँध दी जाती है, ताकि पत्रों का आकार चपटा बना रहे । इन पट्टों को चित्रित कर अनेक आकार भी दिए जाते हैं । ६६ श्री कुम करनेदारना माइयाव गोदावाव वासवाव सेवागंधवा रविवारवित्रक रूपोयुकाश्य For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पारम्परिक विधि से शंख को सिलबट्टे पर घिस कर सफेद रंग बनाते हुए एक चित्रकार महिला 1 7Page Navigation
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