Book Title: Tadpatra Pandulipi Bachaye
Author(s): Anupam Shah
Publisher: Indian Council of Conversation Institutes

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Page 13
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - पाण्डुलिपियों को प्रकाश से कैसे बचायें ? १. प्रदर्शन पेटिका के अन्दर स्थित बल्ब, पेटिका के वायुमण्डल को शुष्क करके, प्रदर्शित पत्रों को भंगुर कर देते हैं । इन बल्बों को निकाल दीजिए। सेसर २. पांडुलिपियों को प्रकाश के ४० 'लक्स' से कम प्रखर्ता में प्रदर्शित करें तथा इस प्रखर्ता को नापने के लिए 'लक्स मीटर' का प्रयोग करें। रीडिंग रीडिंग स्विच स्कल ३. यदि प्रकाश की प्रखर्ता ४० 'लक्स' से अधिक हो, तो अतिरिक्त बत्तियाँ बुझा दें या 'डिम्मर स्विच' से हल्की कर दें। लक्स मीटर ४. प्रदर्शित पाण्डुलिपि एवं प्रकाश के स्रोत के बीच की दूरी बड़ाने से भी प्रकाश की प्रखर्ता कम हो जाती है। लक्स मीटर का प्रयोग ५. सूर्य प्रकाश एवं 'ट्यूबलाईट' की 'अल्ट्रावायोलिट' किरणें पत्रों को नष्ट कर देती हैं । इसलिए पत्रों को ढक दें तथा खिडकियों में पर्दे लगाएँ। लक्स मीटर का स्विच ऑन करें। स्केल को समायोजित करें। ६. इन हानिकारक किरणों को रोकने के लिये खिड़की के शीशों ___ एवं 'ट्यूबलाईट' पर 'अल्ट्रावायोलिट फिल्टर' लगा दें । सेंसर को प्रकाश स्रोत के तरफ न दर्शाएँ। सेंसर को प्रदर्शित वस्तु के समान्तर रखें। ७. कमरे की दीवालों को 'अल्ट्रावायोलिट' किरणों को सोखने वाले 'जिंक आक्साईड' या 'टाइटेनियम डाईआक्साईड' से रंग करें। ध्यान दें कि सेंसर पर आपके शरीर की छाया न पड़े। ८. जब दर्शक न हों, तब प्रदर्शित ताड़पत्रों को कपड़े से ढक दें या फिर बत्तियाँ बुझा दें। रीडिंग नोट करें। मीटर का स्विच ऑफ करें। ORGAMACOR TIPARLICA ४०० (a ) राममति AGan 12 For Private and Personal Use Only

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