Book Title: Tadpatra Pandulipi Bachaye
Author(s): Anupam Shah
Publisher: Indian Council of Conversation Institutes

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Page 16
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir • पाण्डुलिपियों का उपयुक्त भंडारण एवं प्रदर्शन १. संग्रह कक्ष स्वच्छ, प्रकाशित तथा हवादार होना चाहिए । २. पाण्डुलिपियों को बक्सो में सुव्यवस्थित ढंग से रखें । ३. अलमारी का सबसे निचला तख्ता भूमि से ६-८ इंच उपर होना नैश्नल लाईब्रेरी ऑफ चाहिए। इंडोनेशिया के पाण्डुलिपि अभिलेखागार के मूल भंडारण ४. दीवाल तथा अलमारी के बीच खाली स्थान छोड़ें । का दृश्य । ५. पाण्डुलिपियों को नित्यप्रतिः पवन दें तथा उनकी जांच करें । ६. भंडार में पाण्डुलिपियों को आसानी से ढूंढने के लिए, कौन सी पाण्डुलिपि किस स्थान पर रखी है, इसको लिख कर के रखें। ७. अग्निशामक यंत्र एवं 'लाईट स्विच' तथा 'फ्यूज बॉक्स' को पाण्डुलिपि संग्रह कक्ष के बाहर स्थापित करना चाहिए । ८. दर्शकों के गमनागमन पर नियंत्रण रखें। ९. पाण्डुलिपियों के साथ रंग, रासायनिक पदार्थ एवं कोई ज्वलनशील वस्तु न रखें। १०. संग्रह कक्ष में धूम्रपान वर्जित करें । वही पाण्डुलिपियों को सुव्यवस्थित ढंग से बक्सों में | ११. पाण्डुलिपियों के लिए ऐसी पेटिका का निर्माण करें जिसमे भंडारण रखने के बाद का दृश्य । तथा प्रदर्शन एक साथ हो सके। १२. पाण्डुलिपि को समतल पृष्ठ का सहारा देकर प्रदर्शित करना चाहिए। १३. प्रकाश, धूल, तापमान तथा आपेक्षिक आर्द्रता के नियंत्रण के लिए पूर्वोल्लेखित कार्यविधियों का पालन करें। १४. भंडारकक्ष एवं प्रदर्शन कक्ष में रखी पाण्डुलिपियों को नियमित भाव से परस्पर अदला बदली करें। For Private and Personal Use Only

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