Book Title: Syadvada Manjari
Author(s): Jagdishchandra Jain
Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal

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Page 436
________________ श्रीमद्राजचन्द्रजैनशास्त्रमालायां २५४ माणिक्यनन्दि २५५ प माध्यमिककारिका नागार्जुन २५५ षड्दर्शनसमुच्चयटीका गुणरत्नसूरि १९१,२५८ मुण्डक उपनिषद् ९५, २६४ सत्यार्थप्रकाश स्वामी दयानन्द २६० योगसूत्र पतंजलि सन्मतितर्क सिद्धसेन ( ३२६) २६१ सन्मतिटीका अभयदेवसरि २५३ रघुवन कालिदास सप्तभंगीतरंगिणी विमलदास २२६ समवायांगटीका अभयदेवसरि २५३ लोकप्रकाश विनयविजय (३२६) ९३,१०६ सर्वार्थसिद्धि पूज्यपाद १२८,२५४ लंकावतार शाक्यमुनि १७१,१८९ सूत्रकृतांग स्थानांगटीका अभयदेवसूरि १३७,२५३ वाचस्पातीमिश्र १४२ Response in Living and Non-living विशेषावश्यकभाष्य जिनभद्रगणि ( ३२६) २५३, -J.C. Bose २६१ २५४,२६३,२६४ A History of Pre-Buddhist Indian Philosophy शब्दकल्पद्रुम राधाकान्तदेव १९७ -B. M. Barua २६१

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